SpaceX का नया कारनामा: Starlink डायरेक्ट-टू-सेल सैटेलाइट लॉन्च ,अब मोबाइल में सीधे आएगा सैटेलाइट सिग्नल

May 23, 2025, 12:00 PM | Skymet Weather Team
thumbnail image

20 मई 2025 को SpaceX ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की। रात 11:19 बजे EDT (21 मई को सुबह 03:19 UTC), फ्लोरिडा के Cape Canaveral Space Force Station से Falcon 9 रॉकेट ने उड़ान भरी। इस मिशन का उद्देश्य था — पूरी दुनिया को बेहतर और तेज़ इंटरनेट सुविधा देना। Skymet भी इस पर करीब से नज़र रखे हुए है क्योंकि इससे डेटा की उपलब्धता और तकनीकी विकास को बढ़ावा मिलेगा।

मुख्य बातें: Starlink मिशन SL-12-15 की खासियतें

Falcon 9 रॉकेट इस मिशन में कुल 23 Starlink सैटेलाइट्स को पृथ्वी की निचली कक्षा (LEO) में ले गया। इस लॉन्च की खास बात थी, नई तकनीक वाले Direct-to-Cell सैटेलाइट्स और SpaceX की Reusability (पुनः प्रयोग) की सफलता।

Direct-to-Cell तकनीक: अब मोबाइल नेटवर्क हर जगह पहुंचेगा

इस मिशन के अंतर्गत 13 सैटेलाइट्स को Direct-to-Cell (DTC) तकनीक से लैस किया गया है। इसका मतलब है कि ये सैटेलाइट सीधे मोबाइल फोन तक सिग्नल भेज सकते हैं, बिना किसी मोबाइल टॉवर की जरूरत के। इससे गांवों, पहाड़ी इलाकों और दुर्गम क्षेत्रों में भी मोबाइल नेटवर्क मिलेगा, जहाँ पहले यह संभव नहीं था। यह तकनीक मोबाइल संचार का भविष्य बदल सकती है।

Starlink V2 Mini सैटेलाइट्स: हाई-स्पीड इंटरनेट का विस्तार

इस मिशन में 10 Starlink V2 Mini सैटेलाइट्स भी लॉन्च किए गए हैं। ये पहले से मौजूद Starlink नेटवर्क को और मजबूत करेंगे। इनसे दुनियाभर में तेज और कम-विलंबता (low latency) वाला इंटरनेट मिलेगा, जिससे दूरदराज के इलाकों में भी ऑनलाइन पढ़ाई, वर्क फ्रॉम होम और डेटा सर्विस संभव होगी।

Falcon 9 बूस्टर B1095: पहली उड़ान और सफल वापसी

इस मिशन में एक नया Falcon 9 बूस्टर B1095 पहली बार इस्तेमाल हुआ और उड़ान के बाद सफलतापूर्वक 'Just Read the Instructions' नाम के ड्रोनशिप पर अटलांटिक महासागर में उतर गया। इससे SpaceX के रॉकेट को बार-बार इस्तेमाल करने की तकनीक और मजबूत हुई है।

Skymet पाठकों के लिए क्या मायने हैं Starlink की इस प्रगति के?

यह 2025 का 60वां Falcon 9 मिशन था, और इसका लक्ष्य है – पूरी दुनिया को मजबूत इंटरनेट से जोड़ना। खासकर Direct-to-Cell तकनीक से दूर-दराज के क्षेत्रों में भी संचार आसान होगा। Skymet जैसे मौसम और डेटा आधारित संगठनों के लिए यह बड़ी राहत होगी क्योंकि इससे रियल-टाइम डेटा हासिल करना सरल और तेज होगा।

नए सैटेलाइट्स की जानकारी कैसे पाएं?

इस मिशन में जो सैटेलाइट लॉन्च किए गए हैं, उन्हें अंतरराष्ट्रीय डिज़ाइनेटर 2025-107 के तहत रिकॉर्ड किया जाएगा। उनके कक्षीय डेटा (orbital data) को आप कुछ दिनों में CelesTrak जैसे वेबसाइटों पर ट्रैक कर सकेंगे।

Similar Articles