गुजरात में मौसम ने बदला रुख, मूसलधार बारिश, ओलावृष्टि और तूफान की संभावना, जानें कब तक रहेगा खराब मौसम
May 6, 2025, 4:30 PM | Skymet Weather Teamगुजरात में लंबे समय से जारी सूखे के बाद प्री-मानसून गतिविधियों की जोरदार वापसी हुई है। कई जिलों में मध्यम से भारी बारिश, तेज हवाएं और कहीं-कहीं ओलावृष्टि भी देखी गई, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ लेकिन सूखे इलाकों को राहत भी मिली।
सूरत समेत कई जिलों में बारिश रिकॉर्ड
सरकारी आंकड़ों के अनुसार अहमदाबाद में 19 मिमी, भावनगर में 23 मिमी, सुरेंद्रनगर और राजकोट में 16-16 मिमी, नलिया में 19 मिमी, वडोदरा में 9 मिमी और सूरत में 8 मिमी वर्षा दर्ज की गई। यह मौसम परिवर्तन कई मौसमी प्रणालियों के सक्रिय होने के कारण हुआ है।
कई सिस्टम कर रहे हैं मौसम को प्रभावित
वर्तमान में पश्चिमी विक्षोभ मध्य पाकिस्तान, पंजाब और उत्तर-पश्चिम राजस्थान के पास सक्रिय है। दक्षिण-पश्चिम राजस्थान में एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है। अरब सागर से आ रही नम हवाएं भी गुजरात में नमी पहुंचा रही हैं, जिससे बारिश की तीव्रता बढ़ रही है।
अगले 48 घंटे इन इलाकों में तेज बारिश का अलर्ट
अगले दो दिनों में बनासकांठा, साबरकांठा, अरावली, मेहसाणा, पाटन, गाँधीनगर, माहिसागर और कच्छ क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश और गरज-चमक के साथ हो सकती है। इसके साथ ही तेज हवाएं भी चलने के आसार हैं।
दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र में भी होगी बारिश
आनंद, वडोदरा, पंचमहल, भरूच, सूरत, नर्मदा और छोटा उदैपुर जिलों में मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं भारी बौछारें पड़ सकती हैं। 8 मई से बारिश का फोकस दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र की ओर बढ़ेगा। खासकर जामनगर, राजकोट, पोरबंदर, जूनागढ़, गिर सोमनाथ, अमरेली, बोटाद और भावनगर में गतिविधि तेज रहेगी।
किसानों के लिए राहत, पर तेज हवाओं से खतरे की आशंका
अगले 3–4 दिनों तक गुजरात में प्री-मानसून बारिश जारी रहने की संभावना है। हालांकि कहीं-कहीं तेज बारिश और हवाओं से बाढ़ जैसी स्थिति और नुकसान हो सकता है, लेकिन यह बारिश किसानों के लिए फायदेमंद होगी, खासकर बुवाई की तैयारी कर रहे किसानों के लिए।