समुद्री तूफान ताऊते भूमध्य रेखीय हिंद महासागर के आसपास एक चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र के रूप में विकसित हुआ तथा उत्तर दिशा की तरफ बढ़ते हुए कुछ ही दिनों में समुद्री तूफान में परिवर्तित हो गया। अरब सागर में समुद्री सतह के तापमान 30 डिग्री के ऊपर बने रहने के कारण यह जल्दी ही अति शक्तिशाली तूफान के रूप में परिवर्तित हो गया। यह समुद्री तूफान, भारत के पश्चिम तट के समानांतर लगभग 100 से 150 किलोमीटर की दूरी बनाए रखते हुए गुजरात की तरफ बढ़ता रहा। तट के काफी नजदीक रहने के कारण इसने केरल तटिया कर्नाटक, गोवा तथा मुंबई में भारी तबाही मचाई।
17 मई की रात 8:00 बजे इसने गुजरात के दक्षिणी तट पर दस्तक देनी शुरू की तथा लैंडफॉल की प्रक्रिया लगभग रात 11:00 बजे चली। गुजरात के दक्षिणी जिलों जैसे कि पोरबंदर वेरावल सोमनाथ भावनगर सूरत आदि में भारी से अति भारी बारिश देखी गई। लैंडफॉल के समय हवाओं की रफ्तार 150 से 160 किलोमीटर प्रति घंटा रही। कुछ देर के लिए हवाएं 175 किलोमीटर प्रति घंटा से भी चलती हुई देखी गई। अब यह तूफान कमजोर होकर उत्तरी गुजरात की तरफ बढ़ रहा है। अगले 24 घंटों तक गुजरात तथा उत्तरी मध्य महाराष्ट्र व पश्चिमी मध्य प्रदेश में भारी बारिश की संभावना है। 19 मई की सुबह तक किया यह डिप्रेशन के रूप में दक्षिणी राजस्थान पर आ जाएगा तथा राजस्थान के कई जिलों जैसे कि डूंगरपुर, प्रतापगढ़, राजसमंद, उदयपुर, बांसवाड़ा, भीलवाड़ा, अजमेर, बूंदी, टोंक, सवाई माधोपुर तथा जयपुर में तेज बारिश देगा
दिल्ली तथा उसके आसपास के इलाकों में आज हल्की बारिश शुरू हुई है। कल 19 मई तक यह एक निम्न जवाब के रूप में उत्तर पश्चिम भारत में पहुंच जाएगा। पश्चिमी विक्षोभ तथा इस नियम दबाव के क्षेत्र के प्रभाव से हरियाणा दिल्ली पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा उत्तराखंड में कई स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है। कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि भी संभव है। उत्तर भारत में बारिश की गतिविधियां 20 मई तक जारी रह सकती हैं। उसके बाद धीरे-धीरे एक बार फिर साफ होने लगेगा।