
पूर्वोत्तर मानसून ने दक्षिण भारत के हिस्सों से काफी पहले ही विदाई ले ली है। हालांकि, भूमध्यरेखीय परिसंचरण और विक्षोभ दक्षिण अंडमान सागर, दक्षिण बंगाल की खाड़ी, श्रीलंका, कोमोरिन और मालदीव को प्रभावित कर रही हैं। इन विक्षोभों का उत्तर की ओर विस्तार तमिलनाडु और केरल तक पहुंचता है, जिससे सर्दियों की बारिश हो रही है। 13 से 15 जनवरी 2025 के बीच इन दोनों राज्यों में अच्छी बारिश हुई। पिछले 24 घंटों में भी हल्की बारिश दर्ज की गई। अगले 48 घंटों के लिए बारिश में थोड़ी रुकावट होगी, लेकिन सप्ताहांत पर फिर से बढ़ने की संभावना है।
केरल और तमिलनाडु में बारिश का कारण: वर्तमान में दक्षिण मध्य बंगाल की खाड़ी पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जो 18 जनवरी को श्रीलंका पहुंचेगा और अगले दिन 19 जनवरी को कोमोरिन क्षेत्र की ओर बढ़ेगा। इस परिसंचरण से जुड़ी ट्रफ रेखा का उत्तर की ओर विस्तार तमिलनाडु और केरल में ताजा बारिश का दौर शुरू करेगा।
तमिलनाडु के इन हिस्सों में भारी बारिश: 18 जनवरी को तमिलनाडु के तटीय इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है। यह मौसमी गतिविधि (बारिश) अंदरूनी हिस्सों की ओर बढ़ेगी और 19 जनवरी को तमिलनाडु के आंतरिक हिस्सों और केरल के सटे क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। दूसरे दिन बारिश की तीव्रता और फैलाव अधिक रहने की संभावना है।
मौसम प्रणाली का पश्चिम की ओर बढ़ना: यह प्रणाली 20 जनवरी को दक्षिण-पूर्व अरब सागर और उसके आसपास के क्षेत्रों में आगे बढ़ेगी। जैसे-जैसे यह आगे बढ़ेगी, इसके कम दबाव वाले क्षेत्र में बदलने की संभावना है। हालांकि, भारतीय तटरेखा इससे सुरक्षित दूरी पर रहेगी और इसके प्रभावित होने की संभावना नहीं है।