स्काइमेट के अनुसार जम्मू कश्मीर के पास एक प्रभावी पश्चिमी विक्षोभ पहुँच गया है। इसके प्रभाव से मध्य पाकिस्तान पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र भी विकसित हुआ है। इन दोनों सिस्टमों के कारण दिल्ली और आसपास के शहरों पर मंगलवार की सुबह से ही ऊंचाई वाले बादल दिखाई देने लगे हैं। शाम तक बादल घने हो सकते हैं और रात में हल्की बारिश भी शुरू हो सकती है।
अनुमान है कि 6 और 7 फरवरी को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के साथ-साथ नोएडा, गाज़ियाबाद, फ़रीदाबाद, गुरुग्राम और आसपास के इलाकों में रुक-रुक कर बारिश होगी। मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि 6 फरवरी की शाम और रात को बारिश तेज़ होगी। मध्य रात्रि में इसमें कुछ कमी आएगी लेकिन 7 फरवरी की सुबह से ही तीव्रता काफी बढ़ जाएगी और अनुमान है कि पूर्वी, मध्य, दक्षिणी, पश्चिमी और उत्तरी दिल्ली के सभी इलाकों में अच्छी बारिश देखने को मिलेगी।
माना जा रहा है कि 7 फरवरी को ही दिल्ली-एनसीआर में बारिश के साथ तेज़ हवाएँ चलेंगी और ओलावृष्टि भी होगी। इसके चलते बृहस्पतिवार को दिन में तापमान में भारी गिरावट देखने को मिलेगी। अनुमान है कि 7 फरवरी को अधिकतम तापमान 7-8 डिग्री गिरकर 17 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुँच जाएगा। जबकि 8 फरवरी से रात और सुबह के तापमान में भी भारी गिरावट होगी, क्योंकि पहाड़ों पर बर्फबारी के बाद ठंडी उत्तर-पश्चिमी हवाएँ चलेंगी जिससे न्यूनतम गिरकर फिर से 5 डिग्री पर आ सकता है। यानि विदाई से पहले सर्दी एक बार फिर से आपको कंपाएगी।
सर्दियों के मौसम में भारत के विभिन्न राज्यों में होने वाली बारिश जलवायु का अहम हिस्सा है। सितंबर में मॉनसून की विदाई के बाद अक्टूबर से सर्दियाँ शुरू होती हैं। सर्दियों में रुक-रुक कर होने वाली बारिश से ही घना कोहरा बनता है जो कई शहरों की रफ्तार पर ब्रेक लगता है। इस बार बारिश कम हुई है यही वजह है कि कोहरा भी कम देखने को मिला है। अब सर्दियाँ अपने आखिरी चरण में हैं।
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