[HINDI] देशभर में बढ़ती गर्मी के बीच घूमने का बेहतरीन ठिकाना है नैनीताल

April 26, 2019 6:13 PM|

Best Place to visit in Nainital

गर्मी की छुटि्टयां शुरू हो चुकी हैं। ऐसे में आप अपनी फैमिली के साथ किसी हिल स्टेशन की सैर कर सकते हैं। इन दिनों घूमने के लिए नैनीताल एक बेस्ट लोकेशन है। अगर आप रोज के शोर शराबे से परेशान हो चुके हैं और कुछ दिन के लिए इन सबसे दूर जाना चाहते हैं तो फिर नैनीताल आपके लिए बेस्ट ऑप्शन है। नैनीताल दोस्तों और फैमिली के साथ घूमने के लिए सबसे रोमाचंक जगह है। यहां हर साल दुनिया के हर कोने से काफी संख्या में टूरिस्ट आते हैं।

मौसम के लिहाज से नैनीताल :

अगर मौसम की स्थिति के हिसाब से देखें तो इस समय नैनीताल का अधिकतम तापमान 26-23 डिग्री से बीच में रहता है जबकि न्यूनतम तापमान 17-14 डिग्री सेल्सियस के बीच चल रहा है। वहां न ज्यादा ठंड है और न ही ज्यादा गर्मी। बारिश की अगर बात करें तो मई महीने के आखिरी तक बारिश यहां बहुत कम होती है। दिन के समय थोड़ा धूप दिखने को मिलता है। जबकि शाम तक हल्की ठंडी का अनुभव होने लगता है। कुल मिलाकर अगर देखा जाये तो नैनीताल का मौसम इन दिनों सुहावना बना रहता है। नैनीताल में कुछ लोकेशन काफी ऊंचाई पर बसी हुई हैं, जहां जाने के बाद एक अलग ही अनुभव आपको होगा।

अगर आप गर्मी में नैनीताल जा रहे हैं तो एक जोड़ी गर्म कपड़े जरूर रख लें। यहां हल्की सी बारिश हाने पर भी गर्मी के महीनों में जनवरी की तरह ठंड शुरू हो जाती है।गर्म कपड़े लेकर नहीं जाएंगे तो यहां की मशहूर भोटिया मार्केट में जेब ढीली करने का मौका जरूर मिल जाएगा।

नैनीताल तीन ओर से घने पेड़ों की छाया में ऊंचे-ऊंचे पर्वतों के बीच समुद्रतल से 1938 मीटर की ऊंचाई पर बसा है। यहां के ताल की लंबाई करीब 1358 मीटर और चौड़ाई करीब 458 मी‍टर है। ताल की गहराई 15 से 156 मीटर तक आंकी गई है, हालांकि इसकी सही-सही जानकारी अब तक किसी को नहीं है।

Image Credit- Patrika

ताल का पानी बेहद साफ है और इसमें तीनों ओर के पहाड़ों और पेड़ों की परछाई साफ दिखती है। यहां तक कि आसमान में छाए बादलों को भी ताल के पानी में साफ देखा जा सकता है। रात में नैनीताल के पहाड़ों पर बने मकानों की रोशनी ताल को भी ऐसे रोशन कर देती है, जैसे ताल के अंदर हजारों बल्ब जल रहे हों।

नैनीताल में सैर-सपाटे की जगहें

तल्लीताल और मल्लीताल :

नैनीताल का मल्ला भाग (ऊपरी हिस्सा) मल्लीताल और नीचला भाग तल्लीताल कहलाता है। मल्लीताल में एक खुला मैदान है और यहां पर खेल तमाशे होते रहते हैं। यहां पर शाम होते ही सैलानी इकट्ठे हो जाते है। इसके अलावा यहां पर नैयना देवी मंदिर भी है। मल्लीताल से तल्लीताल को जोड़ने वाली सड़क को माल रोड कहा जाता है। माल रोड पर जगह-जगह लोगों के बैठने और आराम करने के लिए लिए बेंच लगे हुए हैं।

चाइना पीक या नैनापीक :

नैनीताल की सात चोटियों में से 2611 मीटर ऊंची चाइना पीक सबसे ऊंची चोटी है। चाइना पीक की दूरी नैनीताल से लगभग 6 किलोमीटर है। इस चोटी से आप हिमालय की ऊंची-ऊंची चोटियों के भी दर्शन होते हैं। यहां से नैनीताल झील और शहर के भी भव्य दर्शन होते हैं।इन सब के अलावा यहां एक रेस्तरां भी है।

नैनी झील :

नैनीताल के दिल में बसी है खूबसूरत नैनी झील। नैनी झील में आसपास के सारे पहाड़ों का रिफ्लेक्शन पड़ता है जिससे इसका पानी बिल्कुल हरा दिखता है और यह दृश्य काफी मनोरम लगता है। इस झील में आप बोटिंग का भी लुत्फ उठा सकते हैं, इससे आप झील की खूबसूरती को बेहद करीब से महसूस कर पाएंगे।

राजभवन :

हमारे देश में कुछ ही गर्वनर हाउस हैं जो आम जनता के लिए खुले हैं, ये भी उनमें से एक है। 220 एकड़ में फैला ये राज भवन देखने में बेहद खूबसूरत और भव्य है। इंग्लैंड के बकिंघम पैलेस की तर्ज पर बने इस राजभवन का निर्माण अंग्रेजों ने उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र के गवर्नर के रहने के लिए किया था।अब यहां उत्तराखंड के राज्यपाल का निवास है और राज्य के अतिथि‍ भी यहां आकर ठहरते हैं।दो मंजिला इमारत में 113 कमरे हैं। साथ ही यहां शानदार गार्डन, गोल्फ लिंक, स्वीमिंग पुल, झंडीदार मोदी हाइट्स, मुंशी हाइट्स जैसी जगहें देखने योग्य हैं।

सनसेट का खूबसूरत नजारा

नैनीताल के मुक्तेशवर मंदिर से सनसेट का खूबसूरत नजारा देखने को मिलता है। आप यहां शिवलिंग का दर्शन करने के बाद बाहर सनसेट का खूबसूरत नजारा भी देख सकते हैं। ज्यादातर लोग इस नजारे को अपने कैमरे में कैद कर लेते हैं ताकि एक खूबसूरत याद के तौर पर हमेशा इसे अपने साथ रख सकें ।

इसके अलावा आप भीमताल लेक,हाई एल्टीट्यूड जू, इको केव गार्ड्ंस, मुक्तेश्वर टेम्पल, टिफिन टॉप, नीम करोली बाबा आश्रम, लेंड्स एंड, हनुमान गढ़ी भी घूम सकते हैं।

Image Credit - Aaj Tak

ऐसे पहुंच सकते हैं नैनीताल

हवाई मार्ग -वैसे तो नैनीताल में हवाई सेवाएं नहीं है। लेकिन अगर आप हवाई मार्ग से नैनीताल जाना चाहते हैं तो यहां का नजदीकी पंतनगर एयरपोर्ट करीब 55 किमी दूर है। वहां से आप टैक्सी से जा सकते हैं।

रेल मार्ग -हवाई सेवाएं की तरह ही नैनीताल में रेल सेवाएं भी उपलब्ध नहीं है।हालांकि, यहां का नजदीकी रेलवे स्टेशन यहां से सिर्फ 34 किमी दूर काठगोदाम में है। वैसे तो काठगोदाम से नैनीताल के लिए राज्य परिवहन की गाड़ियां दिन में हर समय उपलब्ध रहती हैं।इसके अलावा यहां से आप शेयर टैक्सी या बुक कर सकते हैं। जो कि यहां रेलवे स्टेशन के बाहर ही मिल जाती हैं।

सड़क मार्ग -एनएच 87 नैनीताल को पूरे देश से जोड़ता है। दिल्ली से अगर नैनीताल की दूरी की बात करें तो यह 320 किमी है। यह सफर आप लगभग 7 से 8 घंटे में तय कर सकते हैं।

नैनीताल जा रहे हैं तो याद रखें कि यहां शराब पीकर गाड़ी चलाना सख्त मना है।यहां गाड़ी में एफएम या म्यूजिक चलाना भी मना है। इसके अलावा यहां चप्पल पहनकर ड्राइविंग करने पर भी चालान हो सकता है। गाड़ी में फर्स्ट एड बॉक्स होना बेहद जरूरी है और मालरोड पर पार्किंग की मनाही है। यही नहीं मालरोड पर गाड़ी ले जाना चाहते हैं तो दिन के अलग-अलग समय में अलग-अलग टैक्स चुकाना पड़ेगा।

यहां आकर प्रकृति की मोहकता का अनुभव किया जा सकता है। व्यस्त जीवनशैली से रिलैक्स होने के लिए यह बढ़िया जगह है। माथेरान की प्राकृतिक सुंदरता इतनी है कि बस आंखें नहीं हटती।अगर आप इस गर्मी की छुट्टियों में कहीं घूमने का प्लान कर रहे हैं तो यह जगह बेस्ट होगा।

Image credit: Mithila Tourism

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