
खेलो इंडिया विंटर गेम्स-2025 (KIWG-25) आज 23 जनवरी 2025 को नवांग दोरजे स्टोबदान स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, लेह (लद्दाख) में शुरू होंगे। इस आयोजन में 19 प्रतिस्पर्धी टीमों के 428 एथलीट भाग ले रहे हैं। खेल शून्य से 10°C से नीचे न्यूनतम तापमान वाली ठंड की स्थिति में खेले जाएंगे। यह प्रतियोगिता अगले पांच दिनों तक चलेगी, इसमें दो प्रमुख इवेंट - आइस हॉकी और आइस स्केटिंग शामिल हैं। यह KIWG-2025 के पहले चरण का हिस्सा है। दूसरा भाग में स्नो आधारित खेल, जैसे स्कीइंग शामिल हैं, जो, जम्मू-कश्मीर में 22 से 25 फरवरी तक आयोजित होंगे।
ठंडी परिस्थितियाँ खेलों के लिए क्यों जरूरी: अत्यधिक ठंडी परिस्थितियां इनडोर और आउटडोर दोनों खेलों के लिए जरूरी हैं, क्योंकि बर्फीले मैदान को बनाए रखने के लिए कम तापमान जरूरी होता है। विशेष रूप से आउटडोर खेल, जैसे कि दूसरे चरण में स्कीइंग, बर्फ की मोटी परत पर निर्भर करते हैं। अगर बर्फ की कमी हो जाए, तो खेलों का आयोजन अनिश्चित और जोखिमपूर्ण हो सकता है। कई बार बर्फ की कमी के कारण खेलों को स्थगित करना या रद्द करना पड़ता है, जैसा कि पिछले साल हुआ था। इस साल भी उत्तरी पहाड़ी क्षेत्रों में अब तक बर्फ की भारी कमी देखी जा रही है।
जनवरी में भारी बर्फबारी की संभावना कम: इस बार जनवरी 2025 के शेष दिनों में उत्तरी पहाड़ों में कोई मजबूत पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने की संभावना नहीं है। लद्दाख और जम्मू-कश्मीर के मध्य और ऊंचे क्षेत्रों में भारी बर्फबारी होने की संभावना बेहद कम है। ऐसे में अब उम्मीदें फरवरी में होने वाली बर्फबारी पर टिकी हुई हैं, जिससे दूसरे चरण के खेल सफलतापूर्वक हो सकें।
फरवरी में पश्चिमी विक्षोभ से उम्मीदें: आंकड़ों और जलवायु विज्ञान के आधार पर फरवरी के महीने में पश्चिमी विक्षोभ अधिक बार आते हैं। हालांकि, इनकी अवधि छोटी होती है, लेकिन यह अधिक बार आते हैं। लेकिन, अभी आशा है कि 22 से 25 फरवरी के बीच होने वाले दूसरे चरण के खेल सफलतापूर्वक आयोजित होंगे।