गुजरात-राजस्थान में झुलसा देने वाली गर्मी, सीजन का सबसे अधिक तापमान दर्ज।
Apr 29, 2025, 4:45 PM | Skymet Weather Teamगुजरात और पश्चिमी राजस्थान के बड़े हिस्सों में एक बार फिर झुलसा देने वाली गर्मी लौट आई है। राजस्थान की सीमा से लगे इलाकों और गुजरात के अंदरूनी भागों में इस सीजन का सबसे ज्यादा तापमान दर्ज किया गया है। कुछ इलाकों में तापमान पहली बार 46 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा रिकॉर्ड हुआ है कुछ स्थानों पर तापमान 46 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया है। देश में सबसे ज्यादा तापमान बाड़मेर में 46.4°C रिकॉर्ड किया गया। अगले 3 दिनों तक इन इलाकों में भीषण गर्मी पड़ने की संभावना है, इसके बाद राहत मिल सकती है।
पाकिस्तान से गर्म हवाएं भारत की ओर
पड़ोसी देश पाकिस्तान के शुष्क इलाकों में गर्म, धूल भरी और तेज हवाएं चल रही हैं। नवाबशाह जैसे स्थानों पर तापमान 47°C पार कर गया है। पाकिस्तान के सिंध और सेंट्रल इलाकों में ‘लू’ जैसे हालात बने हुए हैं। ये गर्म हवाएं राजस्थान और गुजरात की तरफ बढ़ रही हैं, जिससे इन राज्यों में भी गर्मी का असर तेज हो गया है।
गुजरात के शहरों में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी
गुजरात के कई शहरों में इस मौसम का सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया है। जिसमें अहमदाबाद में 44°C, राजकोट में 46.2°C (इस सीजन का सबसे अधिक), अमरेली में 44.1°C, सुरेन्द्रनगर में 44.8°C, और भावनगर में 42.2°C तापमान दर्ज हुआ है। ये सभी तापमान सामान्य से 3-5 डिग्री अधिक हैं। दूसरी ओर राजस्थान में भी हालात कुछ ऐसे ही हैं। जहां बाड़मेर, जैसलमेर, फालोदी और जोधपुर में तापमान 44°C से ऊपर दर्ज किया गया है। यहां तक कि कोटा में 44.6°C और चित्तौड़गढ़ में 44.4°C तापमान के साथ भीषण गर्मी हो रही है। ये दोनों की क्षेत्र बॉर्डर वाले क्षेत्रों से काफी दूर हैं।
राजस्थान में 1 मई से आँधी और बरसात की संभावना
राजस्थान में 1 मई से धूल भरी आँधी और तेज हवाएं चलने की संभावना है। 1 से 7 मई के बीच राज्य के अधिकांश हिस्सों में प्री-मानसून गतिविधियाँ देखने को मिलेंगी। 4 से 6 मई के बीच बारिश, गरज-चमक, धूल भरी आँधी और तेज हवाओं का फैलाव और तीव्रता ज्यादा रहेगी।
गुजरात में 3 मई तक हीटवेव, फिर मिलेगी राहत
गुजरात में 3 मई तक भीषण गर्मी बनी रहेगी। इसके बाद राजस्थान में बढ़ती मौसमीय गतिविधियों का असर गुजरात पर भी पड़ेगा और गर्मी में थोड़ी राहत मिलेगी। हालांकि, गुजरात में 6 से 8 मई के बीच कहीं-कहीं पर ही हल्की बारिश या मौसम में बदलाव की गतिविधियां हो सकती हैं।