दिल्ली/एनसीआर में तापमान में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। सफदरजंग मौसम केंद्र पर पिछले दो दिनों में तापमान में लगभग 4 डिग्री सेल्सियस बढ़ गया है। कल 5 मई को अधिकतम तापमान 37°C रहा, जो अभी भी सामान्य से लगभग 3°C कम है। पिछले चार दिनों से कोई भी प्री-मानसून गतिविधि नहीं हुई है। आने वाले एक सप्ताह या उससे अधिक समय तक गर्म और उमस भरे मौसम के अलावा कोई विशेष मौसमी गतिविधि की संभावना नहीं है।
जून में दिल्ली का सामान्य मौसम व्यवहार:
जून का महीना दिल्ली में मौसम का मिश्रण लेकर आता है। महीने के पहले शुरुआती दिनों में अक्सर तेज गर्मी और प्री-मानसून की स्थितियाँ बनी रहती हैं। पखवाड़े में अक्सर तेज गर्मी और प्री-मानसून की स्थितियाँ बनी रहती हैं। अधिकतम तापमान भी अधिकतर इसी अवधि में रिकॉर्ड होता है। मानसून के आगमन की सामान्य तिथि 27 जून मानी जाती है, जिसे हाल ही में दो दिन पहले कर 25 जून किया गया है। इस तिथि में ±5 दिन का अंतर सामान्य माना जाता है। जून के पहले पखवाड़े में औसत अधिकतम तापमान लगभग 40°C होता है, जो दूसरे पखवाड़े में लगभग 2°C घटकर 38°C हो जाता है। जून के तीसरे सप्ताह के बाद मानसून की आमद से तापमान में गिरावट और आर्द्रता (नमी) में वृद्धि होती है। पूरे जून में औसतन 80.6 मिमी वर्षा होती है।
उत्तर भारत में मौसम प्रणाली की स्थिति:
उत्तर भारत के मैदानी और पर्वतीय क्षेत्रों में फिलहाल कोई महत्वपूर्ण मौसमी प्रणाली सक्रिय नहीं है। पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) पश्चिमी हिमालय को पार कर आगे निकल चुका है। मैदानी क्षेत्रों में बने छोटे पैमाने के चक्रवाती परिसंचरण समाप्त हो चुके हैं। पूर्व-पश्चिम ट्रफ, जो अक्सर धूल भरी आंधी और गरज-चमक के लिए जिम्मेदार होती है, अब दिल्ली के प्रभाव क्षेत्र से बाहर जा चुकी है। इसलिए उत्तर भारत और विशेष रूप से दिल्ली में फिलहाल कोई प्री-मानसून गतिविधि की संभावना नहीं है। आने वाले सप्ताह में दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में तेज गर्मी ही प्रमुख मौसम की विशेषता रहेगी।
आने वाले दिनों में तापमान की स्थिति:
जून के शुरुआती दिनों में अब तक दिल्ली का तापमान 40°C को पार नहीं कर पाया है, लेकिन सूखे मौसम के चलते गर्मी धीरे-धीरे बढ़ेगी। आज ही पारा 40°C तक पहुँच सकता है। इसके बाद तापमान और बढ़ने की संभावना है और अगले सप्ताह तक यह 42°-43°C तक पहुँच सकता है। हालांकि यह हीटवेव (लू) की स्थिति से थोड़ा कम रहेगा, लेकिन लू जैसे हालात पूरी तरह से नकारे नहीं जा सकते। कल यानी 7 जून से शुरू होकर अगले 4–5 दिनों तक सतही हवाएँ चलेंगी, जो गर्मी की तीव्रता को कुछ हद तक कम कर सकती हैं, लेकिन दोपहर के समय तेज गर्म हवाएँ (‘लू’) परेशान कर सकती हैं।







