समुद्री तूफान यास के प्रभाव से पूर्वी भारत में भारी वर्षा जारी है

May 28, 2021 1:25 PM | Skymet Weather Team

26 मई को उड़ीसा के तटों पर दस्तक देने के बाद समुद्री तूफान यास, कमजोर होते हुए उत्तर पश्चिम दिशा में आगे बढ़ा तथा झारखंड के दक्षिण भाग में पहुंचकर दीप डिप्रेशन में बदल गया। 26 मई को उड़ीसा पश्चिम बंगाल बिहार तथा झारखंड के पूर्वी जिलों में भारी वर्षा देखी गई। अब यह एक निम्न दबाव के रूप में पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा उससे लगे हुए बिहार में बना हुआ है।

पिछले 24 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल के कुछ भागों में भारी से अति भारी बारिश देखी गई। पश्चिम बंगाल के मालदा में 309 मिली मीटर की बारिश, मई के महीने में 24 घंटे में हुई बारिश का रिकॉर्ड है। इससे पहले 24 घंटों के दौरान सबसे अधिक बारिश 30 मई 1938 में 195.1 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई थी। इसी प्रकार पूर्णिया में 213 मिली, गया 120 मिली, दार्जिलिंग 105 मिली, पटना 92 मिली, कोलकाता 90 मिली, डायमंड हार्बर 77 मिली, डाल्टनगंज 63 मिली, गोरखपुर 51 मिली, वाराणसी 46 मिली, गाजीपुर 43 मिली तथा रांची में 42 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई है।

आज बिहार तथा उत्तर प्रदेश के पूर्वी तथा उत्तर पूर्वी जिलों में मध्यम से भारी बारिश जारी रह सकती है। झारखंड में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर तेज संभव है। कल होते होते इन सभी राज्यों में बारिश की गतिविधियों में भारी कमी आ जाएगी। हालांकि उत्तर पूर्वी उत्तर प्रदेश तथा उससे सटे बिहार के तराई वाले इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश जारी रह सकती है।

पूर्वी भारत में मई का महीना बहुत अधिक बारिश वाला नहीं होता। उड़ीसा, पश्चिम बंगाल, झारखंड तथा बिहार के कुछ हिस्सों में मई के महीने में काल बैसाखी द्वारा कभी-कभी बहुत तेज हवाओं के साथ तेज बारिश और बिजली की गरज चमक होती है। परंतु यह वर्षा की गतिविधियां समुद्री तूफान के प्रभाव से देखी गई है। अगले कुछ दिनों में दिन के तापमान 1 बार फिर बढ़ेंगे तथा प्री मानसून गतिविधियां शुरू हो सकती हैं।

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