[Hindi] जतिन सिंह, एमडी स्काइमेट: मध्य भारत में बेमौसम बरसात की संभावना, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के कुछ भागों में बारिश के साथ ओलावृष्टि की भी आशंका

February 15, 2021 7:50 PM | Skymet Weather Team

दक्षिण भारत में लंबे समय से शुष्क मौसम के बाद अब जल्द ही प्री-मॉनसून वर्षा के लिए स्थितियाँ अनुकूल बन जाएंगी। उत्तर भारत में सर्दी पहले से ही काफी कम हो गई है। संभवतः इस सप्ताह से सर्दी की विदाई हो जाएगी। हालाँकि उत्तर भारत के अधिकांश हिस्सों में फरवरी के अंत तक रहेगा सर्दी का झोंका आता-जाता रहेगा।

मौसम के बारे में आगे विस्तार से बात करेंगे उससे पहले कुछ बातें कृषि से जुड़ी हुई। पंजाब में इस समय कृषि से जुड़ी अगर कोई सबसे बड़ी समस्या है तो वह भू-जल स्तर का लगातार गिरना। साथ ही उर्वरकों के अत्यधिक प्रयोग के कारण भूजल प्रदूषित भी हो रहा है। इन सबके बीच लागत से डेढ़ गुना अधिक निश्चित एमएसपी के कारण धान और गेहूं मुनाफे वाली फसलें बन जाती हैं। इन दोनों फसलों को अत्यधिक पानी की आवश्यकता होती है लेकिन राज्य में खेती के लिए मुफ्त बिजली के कारण किसानों को इसकी भी चिंता नहीं करनी पड़ती है। दूसरी ओर मक्का, दलहन और तिलहन फसलों के लिए एमएसपी की घोषणा होती है लेकिन उनकी एमएसपी पर उतनी खरीद नहीं हो पाती जितनी आपूर्ति है।

इस लिहाज से अगर देखें तो एमएसपी किसानों के लिए भले ही लाभदायक कदम है लेकिन इससे खाद्यान्न व्यवस्था में एक प्रकार का असंतुलन पैदा हो रहा है। बुआई का पैटर्न बदल रहा है। गेहूं और धान के अलावा कई अन्य फसलों की बुआई में भारी कमी आ रही है और इससे बाज़ार में इनकी उपलब्धता कम हो रही है परिणामस्वरूप कीमतें प्रभावित हो रही हैं। अंततः भूजल की अधिकाधिक निकासी और अधिक पानी की आवश्यकता वाली फसलों की निरंतर बुआई के कारण पंजाब मरुस्थलीकरण की ओर अग्रसर हो रहा है।

भाखड़ा बांध पंजाब की कृषि संबंधी जरूरतों का सिर्फ 20% पानी दे पाता है। इससे भूजल दोहन पर बहुत ज़ोर पड़ता है। हर साल जल स्तर 25 -30 सेमी घट रहा है। बढ़ते शहरीकरण के कारण वर्षा जल का भी पर्याप्त रूप से संग्रहण नहीं हो पा रहा है, यानि ग्राउंड वॉटर रिचार्ज नहीं हो पा रहा है। खेतों से जो पानी अवशोषित हो रहा है, उसमें कीटनाशकों और उर्वरकों की अधिक से अधिक मात्रा पाई जा रही है इसलिए भू-जल प्रदूषित हो रहा है।

इस बीच इस सप्ताह के दौरान देश के कुछ राज्यों में मौसमी हलचल की संभावना है। इस सप्ताह मध्य भारत के राज्यों और पूर्वी भारत के भागों में बारिश की संभावना है।

उत्तर भारत

उत्तर भारत में इस सप्ताह के शुरुआती दिनों की तुलना में आखिरी दिनों में अलग मौसम होगा। 18 फरवरी तक पर्वतीय और मैदानी क्षेत्रों में मौसम मुख्यतः साफ और शुष्क रहेगा। हालांकि 15-17 फरवरी के बीच पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचाई वाले इलाकों में रुक-रुक कर हल्की बारिश देखने को मिल सकती है। 19 फरवरी को एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में आएगा जिसके कारण न सिर्फ पहाड़ों पर व्यापक बारिश और बर्फबारी की संभावना है बल्कि पंजाब और हरियाणा के भी तराई क्षेत्रों में कुछ स्थानों पर वर्षा होगी। इस साल सर्दियों की बर्फबारी औसत के कम हुई है। आगामी स्पेल से इस कमी की कुछ हद तक भरपाई हो सकती है।

पूर्व और पूर्वोत्तर भारत

पूर्वोत्तर भारत के राज्यों विशेषकर अरुणाचल प्रदेश, असम और आसपास के हिस्सों में सप्ताह के शुरुआती दिनों में रुक-रुक कर हल्की बारिश होने की संभावना है। जबकि झारखंड और पश्चिम बंगाल में 17 से 19 फरवरी के बीच गर्जना के साथ बेमौसम बरसात होने का अनुमान है।

मध्य भाग

मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और ओडिशा के कई शहरों में इस सप्ताह व्यापक बारिश की संभावना है। इन सभी राज्यों में 16 से 19 फरवरी के बीच कई जगहों पर गरज के साथ वर्षा होने और कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि होने के आसार हैं। इस अवधि के दौरान पुणे, नासिक, नागपुर, इंदौर, भोपाल, जबलपुर, रायपुर और भुवनेश्वर में एक या दो दिन गरज से साथ बौछारें गिर सकती हैं।

दक्षिण भारत

लगभग एक पखवाड़े तक सूखे मौसम के बाद अब कर्नाटक, केरल और तमिलनाडु में बारिश के लिए मौसम अनुकूल बना है। आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में भी कुछ समय के लिए छिटपुट बारिश हो सकती है। मैंगलोर, बेंगलुरु, कोच्चि, तिरुवनंतपुरम, मदुरै, कोयम्बटूर, पुडुचेरी, हैदराबाद और विजयवाड़ा सहित दक्षिण भारत के शहरों में होने वाली इस बारिश को प्री-मॉनसून गतिविधियों के आगमन का संकेत माना जा सकता है।

दिल्ली एनसीआर

दिल्ली-एनसीआर में इस सप्ताह भी शुष्क मौसम और धूप वाले दिनों की संभावना है। इस सप्ताह जहां दिन में खिली धूप के साथ हल्की गर्मी का सामना करना पड़ सकता है वहीं रात के समय हल्की और सुखद सर्दी बनी रहेगी। सुबह के समय कुहासा और धुंध के अलावा एक-दो स्थानों पर कोहरा भी देखने को मिलता रहेगा। कड़ाके की सर्दी की संभावना अब धीरे-धीरे खत्म हो रही है। हालांकि सप्ताह के आखिर में काफी तेज़ गति की हवाएँ चल सकती हैं।

चेन्नई

चेन्नई में भारत और इंग्लैंड के बीच खेले जा रहे दूसरे क्रिकेट टेस्ट मैच के दौरान साफ ​​मौसम की उम्मीद है। दक्षिणी महानगर चेन्नई में सप्ताह के सभी दिनों में गर्मी के साथ आर्द्रता बनी रहेगी। 18, 19 और 20 फरवरी को कुछ स्थानों पर गरज के साथ बौछारें गिरने की संभावना है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 32 और 21 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा।

दिल्ली प्रदूषण

दिल्ली प्रदूषण पिछले कुछ दिनों के दौरान काफी बढ़ा है। हवाएँ बहुत हल्की हैं और न्यूनतम तापमान अभी कम है। साथ ही सुबह के समय नमी भी अधिक होती है। इन मौसमी स्थितियों में कोहरा छाने और धुंध बने रहने की संभावना रहती है।

धुएँ, धूल के कण और हानिकारक गैसें जैसे स्थानीय प्रदूषक इस कोहरे और धुंध में मिलकर वायु गुणवत्ता को खराब करते हैं। इसमें बदलाव तब तक नहीं आता जब तक तेज़ रफ्तार की हवा न चले या फिर ठीक-ठाक बारिश ना हो। बारिश इस सप्ताह संभावित नहीं है और सप्ताह के मध्य तक हवा की गति भी तेज़ नहीं होगी जिससे प्रदूषण बना ही रहेगा। हालांकि सप्ताह के आखिरी दिनों में हवा की गति बढ़ने की उम्मीद है।

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