केरल में प्री-मानसून जोरों पर, अगले हफ्ते तक तेज़ बारिश की संभावना
Mar 24, 2025, 5:00 PM | Skymet Weather Teamजनवरी और फरवरी 2025 में दक्षिण भारत के अधिकांश राज्यों में बारिश की भारी कमी दर्ज की गई। तमिलनाडु को छोड़कर बाकी राज्यों जैसे केरल, कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में बारिश 60% से 90% तक कम रही। वैसे तो इस अवधि में आमतौर पर कम ही बारिश होती है, लेकिन जब वर्षा कम होती है तो इसकी कमी और अधिक प्रभावी दिखती है।
मार्च में बारिश की स्थिति में सुधार
हालांकि, मार्च महीने में दक्षिण भारत में बारिश की स्थिति बेहतर रही। कुछ इलाकों को छोड़कर अधिकांश हिस्सों में अच्छी बारिश हुई। दक्षिण प्रायद्वीप में मार्च में औसत से 40% अधिक बारिश दर्ज की गई। खासतौर पर केरल, तमिलनाडु, तटीय कर्नाटक और दक्षिणी आंतरिक कर्नाटक में बारिश अधिक हुई। अकेले केरल में 1 से 23 मार्च के बीच 98% अधिक वर्षा दर्ज की गई। आगामी सप्ताह के मध्य तक केरल में और अधिक बारिश होने की संभावना है।
भारी बारिश से कई शहरों में प्रभाव
हाल के दिनों में दक्षिण भारत के कई शहरों में भारी बारिश दर्ज की गई, हालांकि सभी जगह एक साथ बारिश नहीं हुई। हैदराबाद में 21 मार्च को प्री-मानसून सीजन की पहली तेज आँधी और बारिश दर्ज की गई। वहीं, बेंगलुरु में 22 मार्च को खराब मौसम के कारण कई फ्लाइट्स डायवर्ट करनी पड़ीं। केरल के कोट्टायम, कोच्चि और त्रिशूर में भी पिछले तीन दिनों में मध्यम से भारी बारिश हुई। आने वाले तीन दिनों तक केरल में और बारिश होने की संभावना है, उसके बाद मौसम में थोड़ा सुधार देखने को मिलेगा।
मौसमीय स्थितियां और आगामी पूर्वानुमान
वर्तमान में एक हवा में अस्थिरता (विंड डिस्कॉन्टिन्युटी) या ट्रफ विदर्भ से केरल तक फैली हुई है। यह प्रणाली अगले 3-4 दिनों तक बनी रहेगी और उसके बाद कोंकण क्षेत्र की ओर शिफ्ट हो सकती है, जिससे वहां चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) विकसित हो सकता है।
25-26 मार्च को केरल में जोरदार बारिश के आसार
प्री-मानसून गतिविधियां केरल के अधिकांश हिस्सों में 24 से 27 मार्च तक बनी रहेंगी, विशेष रूप से 25 और 26 मार्च को बारिश का प्रभाव ज्यादा रहेगा। इस दौरान उत्तर-दक्षिण दिशा में फैला हुई मौसम प्रणाली कन्नूर, कोझिकोड, त्रिशूर, कोच्चि, कोट्टायम, पुनालुर और तिरुवनंतपुरम तक बारिश लाएगी। इसके बाद बारिश में थोड़ी गिरावट देखी जा सकती है।