गुजरात और राजस्थान में भीषण लू का अलर्ट, 45 डिग्री के पार जा सकता है तापमान
Apr 10, 2025, 5:00 PM | Skymet Weather Teamअप्रैल के बीच में देश के कई हिस्सों में मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है। पूर्वी उत्तर भारत में प्री-मानसूनी बारिश और उत्तर-पश्चिम भारत में बढ़ती गर्मी के बीच तापमान और मौसम दोनों ही बदलाव के दौर में हैं। आइए विस्तार से जानते हैं कि आने वाले दिनों में किस राज्य में कैसा रहेगा मौसम का मिज़ाज।
पूर्वी भारत में छिटपुट प्री-मानसूनी बारिश
हाल के दिनों में उत्तर प्रदेश, बिहार और पूर्वी मध्य प्रदेश के हिस्सों में छिटपुट प्री-मानसूनी बारिश दर्ज की गई है। इस बारिश ने गर्मी से थोड़ी राहत तो दी है, लेकिन गर्मी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई। 10 से 12 अप्रैल के बीच पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश सहित उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में बारिश की संभावना है। इससे लू की स्थिति थोड़े समय के लिए थम सकती है।
राजस्थान और गुजरात में लू का कहर जारी
वहीं, राजस्थान और गुजरात के अधिकांश हिस्सों में भीषण लू का असर लगातार बना हुआ है। अगले दो दिनों तक हल्की राहत जरूर मिल सकती है, लेकिन उसके बाद तापमान में फिर तेजी से बढ़ेगा। विशेषकर अगले सप्ताह के मध्य तक इन क्षेत्रों में गर्म हवाओं के साथ भीषण लू की स्थिति और गंभीर हो सकती है।
सीजन में रिकॉर्ड सबसे ज्यादा तापमान
राजस्थान और गुजरात के कई हिस्सों में इस सीज़न के अब तक के सबसे ऊंचे तापमान रिकॉर्ड किए गए हैं, जिसमें अहमदाबाद में 43.2°C, गाँधीनगर में 43°C, सुरेंद्रनगर में 44.8°C, अमरेली में 44.3°C राजकोट में 45.2°C और कांडला में 45.6°C (देश का सबसे अधिक तापमान) रिकॉर्ड हुआ। राजस्थान के बॉर्डर क्षेत्रों जैसे बाड़मेर, जैसलमेर, फालोदी, बीकानेर, गंगानगर और आंतरिक इलाकों जैसे पिलानी, चूरू, अलवर और जयपुर में भी तापमान 43°C के पार पहुंच चुका है।
हल्की बारिश से नहीं मिलेगी राहत
बीती शाम पिलानी, चूरू, सीकर और बीकानेर में हुई हल्की बारिश ने थोड़ी राहत जरूर दी, लेकिन इससे गर्मी पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ेगा। तापमान में 1-2 डिग्री की अस्थायी गिरावट हो सकती है, लेकिन सप्ताहांत से तापमान फिर बढ़कर 44-45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
अगले सप्ताह और भयंकर लू की संभावना
उत्तर भारत में अगले 2-3 दिनों तक संभावित बारिश से राजस्थान और गुजरात में कुछ हद तक गर्मी का असर कम हो सकता है। लेकिन रविवार के बाद तापमान फिर तेजी से बढ़ेगा। पाकिस्तान के सिंध और मध्य भागों से उठने वाली गर्म हवाएं राजस्थान, सौराष्ट्र और गुजरात के आंतरिक हिस्सों तक पहुंचेंगी। तीसरे सप्ताह में इन क्षेत्रों में व्यापक और लंबे समय तक चलने वाली भीषण लू की स्थिति बन सकती है।
गर्मी से बचने की सलाह:
जहां उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में आने वाले दिनों में गर्मी से थोड़ी राहत की उम्मीद है, वहीं राजस्थान और गुजरात के लोग लगातार दूसरी लहर की चपेट में आ सकते हैं। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अप्रैल के तीसरे सप्ताह में लू का असर और अधिक तीव्र होगा। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने और गर्मी से बचाव के उपाय अपनाने की सलाह दी जाती है।