पश्चिमी हिमालय की पहाड़ियों पर अक्टूबर के अंत या नवंबर की शुरुआत में पहली बर्फबारी होती है। लेकिन 2025 में सर्दी ने समय से पहले दस्तक दे दी। गुलमर्ग की ऊपरी चोटियों पर 2 और 3 अक्टूबर को इस सीजन की पहली बर्फबारी दर्ज की गई। इसके बाद से ही क्षेत्र में रुक-रुक कर बारिश और बर्फबारी का दौर जारी है।
6 अक्टूबर को ताजा बर्फबारी
6 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कई हिस्सों में अच्छी बर्फबारी और बारिश हुई। यह बदलाव दो प्रमुख मौसम प्रणालियों के संयुक्त असर से हुआ, जिसमें एक पश्चिमी विक्षोभ जो उत्तर पाकिस्तान और आसपास के क्षेत्रों में सक्रिय था, और दूसरा चक्रवाती परिसंचरण जो हरियाणा के ऊपर बना हुआ था। इसके अलावा, अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी भरी हवाओं ने भी पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में मौसम गतिविधियों को और तेज कर दिया, जिससे उत्तरी मैदानी इलाकों में गरज-चमक और बारिश हुई।
गुलमर्ग बर्फ की सफेद चादर में लिपटा, सैलानियों में उत्साह
लोकप्रिय स्कीइंग स्थल गुलमर्ग अब बर्फ की सफेद चादर में ढका हुआ है, जिससे यहां सर्दियों का जादू आधिकारिक तौर पर शुरू हो गया है। ज़ोजिला पास, सोनमर्ग और गुरेज़ घाटी जैसे अन्य दर्शनीय स्थलों पर भी अच्छी मात्रा में बर्फबारी हुई है। इन इलाकों की बर्फीली खूबसूरती ने सैलानियों और स्थानीय लोगों दोनों के चेहरों पर मुस्कान ला दी है।
रोहतांग पास और धौलाधार में बर्फबारी
हिमाचल प्रदेश में 6 अक्टूबर, सोमवार को रोहतांग पास और धौलाधार पर्वत श्रृंखलाओं पर नई बर्फबारी दर्ज की गई। हालांकि, शिमला, चंबा, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी और लाहौल-स्पीति जैसे क्षेत्रों में अभी सीजन की पहली बर्फबारी का इंतज़ार है।
पर्यटन सीजन की जल्द शुरुआत से बढ़ी उम्मीदें
समय से पहले हुई इस बर्फबारी ने स्थानीय लोगों और पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों में नई उम्मीदें जगा दी हैं। माना जा रहा है कि इस बार पर्यटन सीजन जल्दी शुरू होगा, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और लोगों की आमदनी में भी इज़ाफा होगा।
अब रहेगा शुष्क और धूप वाला मौसम
स्काइमेट वेदर के अनुसार, 9 अक्टूबर के बाद पश्चिमी हिमालय में किसी बड़ी बर्फबारी की संभावना नहीं है क्योंकि पश्चिमी विक्षोभ अब पूर्व की ओर सरक रहा है। आने वाले एक हफ्ते तक कोई नया मौसमीय तंत्र इस क्षेत्र में सक्रिय नहीं होगा। इसलिए आने वाले दिनों में पहाड़ी इलाकों का मौसम शुष्क, धूप वाला और साफ रहेगा।
अक्टूबर के अंत में फिर लौटेंगी बर्फीली हवाएँ
आमतौर पर पश्चिमी विक्षोभ अक्टूबर के तीसरे सप्ताह से हिमालयी क्षेत्रों की ओर बढ़ने लगते हैं। तभी बारिश और बर्फबारी की गतिविधियाँ फिर से तेज होती हैं। तब तक क्षेत्र का मौसम सुहाना, शांत और बर्फबारी के बाद का मनमोहक बना रहेगा-यानी फिलहाल सर्दी की शुरुआत का आनंद लेने का यह बेहतरीन समय है।







