अक्टूबर में सबसे भारी बारिश वाले सप्ताह के बाद अब मौसम में सुस्ती, जल्द आएगा पूर्वोत्तर मानसून
Oct 10, 2025, 1:30 PM | Skymet Weather Team
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मौसम अपडेट, फोटो: iStock

दक्षिण-पश्चिम मानसून 2025 ने देश के दूर हिस्सों से सामान्य समय से कुछ पहले ही वापसी शुरू कर दी थी। बता दें, सुदूर वे इलाके हैं जो मुख्य केंद्र (जैसे दिल्ली, मुंबई, राज्य की राजधानी) से बहुत दूर या सीमावर्ती क्षेत्र में स्थित हों। 25 सितंबर 2025 तक मानसून गुजरात, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तर भारत के पर्वतीय राज्यों से लौट चुका था। साथ ही, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों से भी वापसी की प्रक्रिया शुरू हो गई थी। हालांकि इसके बाद मानसून की वापसी रुक गई और आगे की वापसी अब तक लंबित है, जो जल्द ही फिर से शुरू होने की उम्मीद है।

बंगाल की खाड़ी बनी सक्रिय, फिर से बरसे बादल

सितंबर के आखिरी हफ्ते और अक्टूबर की शुरुआत में बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) काफी सक्रिय रही थी। पश्चिमी प्रशांत महासागर और दक्षिण चीन सागर में बने कई तूफानों के अवशेष वियतनाम, लाओस, थाईलैंड और म्यांमार से होते हुए बंगाल की खाड़ी तक पहुंच गए। इन सिस्टमों के कारण उन इलाकों में भी बारिश हुई, जहां से मानसून पहले ही लौट चुका था। उत्तर भारत के कई हिस्सों में जिनमें पहाड़ी राज्य भी शामिल हैं, तेज़ बारिश और आँधी-तूफान की स्थिति बनी रही। नदियाँ और झीलें उफान पर आ गईं, जिससे स्थानीय बाढ़ और भूस्खलन जैसी आपदाएं देखने को मिलीं। इस वजह से मानसून की आगे की वापसी रुक गई।

अक्टूबर की शुरुआत में भारी बारिश का दौर

1 से 8 अक्टूबर 2025 के बीच देश के अधिकांश हिस्सों में सामान्य से अधिक बारिश हुई। कुछ अपवादों को छोड़कर (जैसे दक्षिणी प्रायद्वीपीय क्षेत्र और महाराष्ट्र के भीतरी भाग) देशभर में बारिश का प्रदर्शन शानदार रहा। उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश सामान्य से 450% अधिक दर्ज की गई। पूर्वोत्तर और पूर्वी भारत में 63% अधिक तथा मध्य भारत में 49% अधिक बारिश हुई। केवल दक्षिण प्रायद्वीपीय क्षेत्र में 38% की कमी रही है। इस अवधि में देशभर में औसतन 28.3 मिमी बारिश हुई, जबकि सामान्य औसत 45.2 मिमी होती है यानी 60% अधिक वर्षा, जो इस अवधि में रिकॉर्ड स्तर पर रही है।

अब मौसम में सुधार, उत्तर-पूर्व में जल्द राहत

अब मौसम की स्थिति में सुधार देखा जा रहा है। उत्तर, पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत के ज्यादातर हिस्सों में बारिश कम हो गई है। पूर्वोत्तर भारत में भी अगले कुछ दिनों में मौसम साफ होने की उम्मीद है। आने वाले दिनों में दक्षिण और तटीय इलाकों में जो हल्की गतिविधियाँ दिखेंगी, जो पूर्वोत्तर मानसून (Northeast Monsoon) के आगमन के संकेत मानी जा रही हैं। बाकी देश में मौसम शुष्क रहेगा और अक्टूबर 2025 के मध्य से किसी बड़ी वर्षा गतिविधि का अंत होने की संभावना है।