दो दिन में गुजरात पार, अब मानसून की अगली छलांग यूपी–एमपी की ओर, जानें कहां-कहां होगी बारिश

Jun 19, 2025, 6:00 PM | Skymet Weather Team
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दक्षिण-पश्चिम मानसून 26 मई 2025 को मुंबई तक पहुँचकर 15 जून तक लगभग ठहर सा गया था। बंगाल की खाड़ी से बने मौसम तंत्र के प्रभाव से 16 जून को यह धारा गुजरात में दाखिल हुई और दक्षिण गुजरात व दक्षिण सौराष्ट्र तट तक फैल गई। अगली ही सुबह मानसून ने राज्य के बाकी हिस्सों को लपेट लिया और 18 जून को दक्षिण राजस्थान की सीमांत पट्टी भी इसके दायरे में आ गई।

मानसून दो दिन में कच्छ तक पहुँचा

आमतौर पर मानसून 15 जून को दक्षिण गुजरात पहुँचकर 30 जून तक धीरे धीरे कच्छ के आखिरी छोर तक पहुँचता है। इस बार मात्र दो दिन में पूरे गुजरात कच्छ पर कब्जा कर मानसून ने नई मिसाल कायम कर दी है। गुजरात तथा सौराष्ट्र कच्छ दोनों उपमंडलों में सालाना औसत से ज्यादा बारिश रिकॉर्ड होती है, जिससे कई जलाशयों के ओवरफ्लों होने की आशंका गहराने लगी है। क्योंकि, जून महीने के बाकी बचे दिनों में भी भारी बारिश के आसार बने हुए हैं।

अगले 2 3 दिन झारखंड पूर्व उप्र तक मूसलधार

पश्चिम बंगाल, झारखंडबिहार पर लो प्रेशर के अवशेष और ऊपरी हवा के चक्रवाती घेरा सक्रिय हैं, जिस कारण पिछले 24 घंटे में भीषण वर्षा हुई है। अगले 2 3 दिन झारखंड, छत्तीसगढ़, पूर्वी मध्य प्रदेश व पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारी से अति भारी बारिश संभावित है। जैसे जैसे सिस्टम गंगा के मैदानी इलाकों से गुजरेगा, मानसून एक ही छलाँग में उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश पार कर जाएगा। साथ ही इसी हफ्ते दिल्ली व सीमावर्ती राजस्थान तक पहुँच सकता है।

पूरे देश पर समय से पहले छा सकता है मानसून

अगले सप्ताह की शुरुआत में बंगाल की खाड़ी में एक और मानसूनी सिस्टम बनने के संकेत हैं, जो धारा को शेष उत्तर भारतीय मैदानों व पर्वतीय क्षेत्रों तक धकेलेगा। साथ ही कोई पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) भी सक्रिय होकर मानसून को अतिरिक्त ऊर्जा दे सकता है। इन परिस्थितियों में पूरे भारत में मानसून निर्धारित समय से काफी पहले छाने की अधिक संभावना है।

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