[Hindi] बंगाल की खाड़ी से आने वाली नम हवाएं उत्तर भारत को राहत दे सकती हैं तथा प्री मानसून गतिविधियों को शुरू कर सकती है

May 1, 2022 12:24 PM | Skymet Weather Team

1 मार्च से 30 अप्रैल के बीच देश में 32% कम बारिश दर्ज की गई है। उत्तर पश्चिम भारत में 86 फीसदी की कमी के साथ भारी बारिश की कमी रही। प्री-मानसून गतिविधियों की कमी के कारण अप्रैल के महीने में उत्तर पश्चिम भारत के दोनों हिस्सों में लू की स्थिति बनी रही। दरअसल, पिछले 122 वर्षों में उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के लिए अप्रैल 2022 सबसे गर्म रहा है।

एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय के पास पहुंच गया है। एक ट्रफ रेखा पश्चिमी उत्तर प्रदेश से होते हुए दक्षिण बिहार और उत्तरी झारखंड होते हुए गंगीय पश्चिम बंगाल तक जा रही है। ये मौसम पैरामीटर भारत के गंगा के मैदानी इलाकों में प्री-मानसून गरज और गरज के साथ गतिविधियों को शुरू करने में सहायक हो सकते हैं। उत्तर प्रदेश में गरज के साथ छिटपुट बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं। 1 मई से 5 मई के बीच पंजाब, हरियाणा, उत्तरी राजस्थान और दिल्ली के एक या दो हिस्सों में हल्की धूल भरी आंधी या गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं।

ये अलग-अलग मौसम की गतिविधियों के के प्रभाव से तापमान कुछ हद तक गिर सकते हैं। भारत के गंगा के मैदानी इलाकों के कुछ हिस्सों से लू खत्म हो सकती है। मई का महीना उत्तर पश्चिम और मध्य भारत के लिए सबसे गर्म महीनों में से एक माना जाता है। लेकिन हम मानसून पूर्व मौसम की गतिविधियों की उम्मीद करते हैं जो गर्म मौसम की स्थिति से कभी-कभार राहत दे सकती हैं।

OTHER LATEST STORIES