पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में हल्की बारिश, इसके बाद शीत लहर का अलर्ट
मुख्य मौसम बिंदु
- बारिश की शुरुआत राजस्थान और पंजाब से
- दिल्ली-एनसीआर में देर रात बारिश की संभावना
- सिस्टम के बाद ठंडी हवाएं चलेंगी
- कोहरे और शीत लहर का असर बढ़ेगा
उत्तरी मैदानी क्षेत्रों में आज और कल छिटपुट बारिश होने की संभावना है। बारिश की शुरुआत राजस्थान और पंजाब से होगी और लगभग 12 घंटे की देरी से यह हरियाणा और दिल्ली तक पहुंचेगी। मध्यम और ऊंचे बादल पहले ही इन इलाकों तक पहुंच चुके हैं, हालांकि हवा में छाए कोहरे के कारण आसमान की स्थिति साफ दिखाई नहीं दे रही है। दिल्ली और एनसीआर में आज देर रात या कल तड़के बारिश और बूंदाबांदी हो सकती है। यह गीला दौर कल दोपहर तक जारी रह सकता है और शाम व रात में मौसम साफ होने लगेगा। गुरुवार को व्यापक रूप से आसमान साफ रहेगा, लेकिन इसके बावजूद घना कोहरा फिर से छा सकता है।
सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ का असर, पहाड़ों में बर्फबारी
एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ पहले ही उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों को प्रभावित कर चुका है। कुछ स्थानों पर बर्फबारी शुरू हो चुकी है, जबकि अन्य इलाकों में भी जल्द हिमपात होने की संभावना है। पश्चिमी राजस्थान में रात के समय कहीं-कहीं हल्की बारिश दर्ज की गई है और आगे चलकर यह राज्य के उत्तरी और पूर्वी हिस्सों तक फैल सकती है। पंजाब और पश्चिमी हरियाणा के कुछ इलाकों में भी देर शाम सर्दियों की बारिश हो सकती है। वहीं दिल्ली क्षेत्र और आसपास के हरियाणा के जिले सोनीपत, पानीपत, रोहतक, रेवाड़ी, फरीदाबाद और गुरुग्राम में बारिश के लिए आधी रात या उससे भी अधिक इंतज़ार करना पड़ सकता है।
पहली सर्दियों की बारिश, ठंड और कोहरे का असर बढ़ेगा
यह इस क्षेत्र के लिए मौसम की पहली सर्दियों की बारिश होगी। गुरुवार देर रात और शुक्रवार को मौसम में साफ़ी आने की उम्मीद है, लेकिन सिस्टम के गुजरने के बाद ठंडी हवाएं चलेंगी। इससे शीत लहर की स्थिति और कोहरे का फैलाव बढ़ सकता है। परिवहन सेवाओं पर असर पड़ने की आशंका है और रेल, सड़क व हवाई यातायात में रुकावटें आ सकती हैं। यह बारिश जनवरी महीने की वर्षा मानी जाएगी, यानी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दिसंबर महीना पूरी तरह शुष्क समाप्त होगा।
यह भी पढ़ें: न्यू ईयर से पहले कश्मीर बना विंटर वंडरलैंड, गुलमर्ग से श्रीनगर तक बर्फ से ढके पहाड़, सैलानियों की बढ़ी रौनक







