Rajasthan Weather: राजस्थान में जारी कड़ाके की ठंड, लेकिन तापमान में जल्द आएगा उछाल

By: skymet team | Edited By: skymet team
Feb 14, 2025, 7:11 PM
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राजस्थान राज्य में तापमान की विपरीत स्थिति देखी जा रही है। राज्य के पश्चिमी हिस्से में न्यूनतम तापमान पूर्वी भागों की तुलना में काफी अधिक बना हुआ है। बाड़मेर, बीकानेर, जैसलमेर और जोधपुर में न्यूनतम तापमान 14°-15°C के आसपास दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3°-4°C अधिक है। वहीं, फालौदी में 18.2°C तक न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया, जो सामान्य से 9°C ज्यादा है।

पूर्वी और उत्तरी राजस्थान में जारी है ठंड: इसके विपरीत, पूर्वी और उत्तरी राजस्थान में ठंड का असर बना हुआ है। लगातार दूसरे दिन इन इलाकों में न्यूनतम तापमान एकल अंकों में दर्ज किया गया। श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, अलवर, पिलानी, भीलवाड़ा, टोंक और बूंदी में काफी ठंड महसूस की गई। इसके अलावा, कुछ अन्य स्थानों पर भी तापमान में भारी गिरावट हुई है।

आने वाले दिनों में बढ़ेगा तापमान: अगले कुछ दिनों में पूर्वी राजस्थान में तापमान में बढ़ोतरी की संभावना है। मौसम प्रणालियों के गुजरने के बाद ठंड के मौसम की स्थिति में कुछ समय के लिए कमी आने की संभावना है, लेकिन बाद में फिर से ठंड लौट सकती है। फिलहाल, पश्चिमी राजस्थान में 1 जनवरी से 14 फरवरी के बीच 60% की भारी बारिश की कमी दर्ज की गई है, जबकि पूर्वी राजस्थान में यह कमी केवल 21% रही है।

राजस्थान में बनने वाली मौसमी प्रणालियाँ: पूर्वी राजस्थान के हरियाणा और दिल्ली से सटे इलाकों में एक छोटे स्तर का चक्रवाती परिसंचरण विकसित हो रहा है। यह शुष्क प्रणाली है और इससे कोई खास मौसम गतिविधि नहीं होगी, लेकिन हवाओं की दिशा बदलकर हल्की और अस्थिर हो सकती है। इसके बाद पश्चिम और मध्य राजस्थान में एक और चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है। साथ ही उत्तरी पहाड़ों पर पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 19 और 20 फरवरी 2025 को पश्चिमी और उत्तरी राजस्थान के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है।

तापमान में फिर आएगा उतार-चढ़ाव: राज्य में चल रहे अस्थिर हवाओं के पैटर्न और मौसम प्रणालियों के प्रभाव से तापमान में उतार-चढ़ाव जारी रहेगा। ठंड में जल्द ही कमी आएगी, और पूर्वी व मध्य राजस्थान के कई हिस्सों में न्यूनतम तापमान दोहरे अंकों में पहुंच सकता है। हालांकि, मौसम प्रणालियों के प्रभाव के बाद अगले सप्ताह के अंत तक फिर से तापमान में गिरावट की संभावना बनी रहेगी।

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डिस्क्लेमर: यह जानकारी स्काइमेट की पूर्वानुमान टीम द्वारा किए गए मौसम और जलवायु विश्लेषण पर आधारित है। हम वैज्ञानिक रूप से सही जानकारी देने का प्रयास करते हैं, लेकिन बदलती वायुमंडलीय स्थितियों के कारण मौसम में बदलाव संभव है। यह केवल सूचना के लिए है, इसे पूरी तरह निश्चित भविष्यवाणी न मानें।

Skymet भारत की सबसे बेहतर और सटीक निजी मौसम पूर्वानुमान और जलवायु इंटेलिजेंस कंपनी है, जो देशभर में विश्वसनीय मौसम डेटा, मानसून अपडेट और कृषि जोखिम प्रबंधन समाधान प्रदान करती है