विदर्भ में पड़ रही है झुलसाने वाली गर्मी, तापमान ने पार किया 45°C का आंकड़ा

Apr 22, 2025, 8:00 PM | Skymet Weather Team
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भारत में हीटवेव तब घोषित की जाती है जब मैदानों में अधिकतम तापमान कम से कम 40°C तक पहुँच जाए या जब यह क्षेत्रीय सामान्य तापमान से 4.5°C अधिक हो। यदि तापमान 45°C तक पहुँचता है, तो इसे हीटवेव कहा जाता है। और जब तापमान 47°C को पार करता है, तो इसे गंभीर हीटवेव माना जाता है। वर्तमान में महाराष्ट्र का विदर्भ क्षेत्र इन चरम परिस्थितियों का सामना कर रहा है, जहाँ कई जिलों में तेज गर्मी का प्रकोप है।

विदर्भ में तापमान ने तोड़े रिकॉर्ड

पिछले 24 घंटों में चंद्रपुर में 45.6°C, ब्रह्मपुरी में 45°C, अमरावती में 44.6°C, अकोला में 44.1°C, नागपुर में 43.6°C, और वर्धा और यवतमाल में 43.4°C तक तापमान रिकॉर्ड किया गया। इस क्षेत्र में उत्तर से आ रही सूखी और गर्म हवाओं के कारण गर्मी में और वृद्धि हो रही है। यह हीटवेव 25 अप्रैल तक जारी रहने की संभावना है, उसके बाद हल्की राहत मिल सकती है।

सनस्ट्रोक और हीटस्ट्रोक का खतरा

गर्मी के अत्यधिक संपर्क में आने से सनस्ट्रोक (गर्मी exhaustion) और हीटस्ट्रोक, जो जीवन के लिए खतरनाक हो सकता है, जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। इसके लक्षण हैं:

- चक्कर आना, मिचली, सिर दर्द

- तेज दिल की धड़कन, शरीर का उच्च तापमान (40°C से ऊपर)

- उलझन या बेहोशी (गंभीर मामलों में)

हीटवेव के दौरान क्या करें और क्या न करें

क्या करें:-

-बहुत सारा पानी पिएं (शराब और कैफीन से बचें)।

-हल्के, ढीले कपड़े पहनें।

- 11 AM से 4 PM तक घर के अंदर रहें।

- टोपी, धूप का चश्मा और सनस्क्रीन का उपयोग करें।

-ठंडे और छायादार स्थानों में रहें और पंखे/कूलर का इस्तेमाल करें।

*क्या न करें:-

- कठिन शारीरिक गतिविधियाँ न करें।

- बच्चों या पालतू जानवरों को पार्क की गई गाड़ी में न छोड़ें।

- भारी और तैलीय भोजन से बचें।

- गर्मी के लक्षणों को नजरअंदाज न करें।

प्रशासन ने सभी निवासियों से सतर्क रहने और वृद्ध और बच्चों जैसे संवेदनशील समूहों पर ध्यान देने की अपील की है। क्योंकि फिलहाल कोई राहत की संभावना नहीं है, इसलिए हीट-संबंधी बीमारियों से बचने के लिए सतर्कता बरतना आवश्यक है।

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