विश्व मौसम विज्ञान संगठन(WMO) ने वार्षिक जलवायु रिपोर्ट में पुष्टि की है, कि 2014-2023 के समय को अब तक के 'सबसे गर्म दशक' के रूप में दर्ज किया गया है। WMO ने अपनी रिपोर्ट में यह भी बताया है कि साल 2023 को अब तक के सबसे गर्म साल के तौर पर दर्ज किया गया है। 1850 के बाद से दस सबसे गर्म साल पिछले दशक में हुए हैं। साल 2023 ने 0.15 डिग्री सेल्सियस के अंतर से पहले सबसे गर्म साल 2016 को पीछे छोड़ दिया है। 2023 में पृथ्वी की औसत भूमि और महासागर की सतह का तापमान 20वीं सदी के औसत से 2.12°F (1.18°C) अधिक था। यह पूर्व औद्योगिक युग से 1.35°C अधिक हो गया।
साल 2023-24 के ये महीने सबसे गर्म: इससे पहले दिसंबर 2023 को सबसे गर्म दिसंबर के रूप में दर्ज किया गया था, जब वैश्विक सतह का तापमान 20वीं सदी के औसत से 1.43 डिग्री सेल्सियस अधिक था। इसके बाद जनवरी 2024 रिकॉर्ड पर सबसे गर्म जनवरी रही। इसके बाद फरवरी 2024 ने हैट ट्रिक पूरी की और 175 साल के वैश्विक जलवायु रिकॉर्ड को तोड़ते हुए, 20 वीं शताब्दी के औसत से ऊपर 1.40 डिग्री सेल्सियस का औसत तापमान दर्ज करके सबसे गर्म फरवरी बन गया।
तेजी से पिघल रहे ग्लेशियर औऱ बर्फ: डब्ल्यूएमओ(WMO) ने कहा, 2023 में सतह के पास का औसत तापमान पूर्व-औद्योगिक स्तर से 1.45 डिग्री सेल्सियस ऊपर था और खतरनाक रूप से महत्वपूर्ण 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा के करीब था। जिसे देशों ने 2015 के पेरिस जलवायु रिकॉर्ड में पारित होने से बचने के लिए सहमति व्यक्त की थी। इसके अलावा, पिछले साल औसतन एक दिन में समुद्री लू ने वैश्विक महासागर के लगभग एक तिहाई हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया था। पिछले साल भी समुद्र की अभूतपूर्व गर्मी, ग्लेशियरों का पीछे हटना और अंटार्कटिक समुद्री बर्फ का कम होना चिंता का कारण था। तेजी से पिघलते ग्लेशियरों और बर्फ की चादरों के साथ मिलकर समुद्र के निरंतर गर्म होने से भी पिछले साल समुद्र का स्तर अपने उच्चतम बिंदु पर पहुंच गया था। ऐसा 1993 में उपग्रह रिकॉर्ड शुरू होने के बाद हुआ है।
60 डिग्री से ज्यादा तापमान रिकॉर्ड: ग्लोबल वार्मिंग दुनिया भर के सभी देशों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय बनती जा रही है। बता दें, एक घटना दर्ज हुई है, जिसमें ब्राजील के तटीय शहर रियों में अब तक का सबसे ज्यादा तापमान दर्ज किया गया है। रियो डी जनेरियो में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी के अनुभव के साथ गुआराटिबा में तापमान 62.3 डिग्री सेल्सियस था, जो अब तक का उच्चतम पारा स्तर है। यह रिकॉर्ड तोड़ने वाली घटना रियो में उच्च तापमान की घटनाओं के पैटर्न को जोड़ती है। अभी पिछले नवंबर में तापमान 58.5 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ गया, जिससे रियो शहर की भयंकर गर्मी के चपेट में आने की संभावना बढ़ गई थी।