दिल्ली अपने सुंदर बाग़-बगीचों और प्राचीन ऐतिहासिक स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। सर्दियों में दिल्ली घूमने का अपना अगल मजा है। हालांकि, अभी सर्दी धीरे-धीरे जा रही है। अगर आप प्रकृति और फूल-पौधों को पसंद करने वाले हैं, तो आप दिल्ली में दो ऐसी जगहें है जहां इस वीकेंड अपने दोस्तों और परिवार के साथ घूमने जा सकते हैं। रंग-बिरंगे खूबसूरत ट्यूलिप के फूलों को आप दिल्ली में भी देख सकते हैं। लेकिन, इन जगहों को आप सर्दियों में ही एक्पलोर कर सकते हैं।
दिल्ली का ट्यूलिप फेस्टिवल: भारत में कश्मीर का ट्यूलिप फेस्टिवल बहुत फेमस है। लेकिन, दिल्ली में हर साल बसंत ऋतु आने पर ट्यूलिप फेस्टिवल मनाया जाता है। जिसे दूर-दूर से देखने के लिए लोग आते हैं। ट्यूलिप के फूलों का खूबसूरत नजारा आपको चाणक्यपुरी के शांतिपथ पर देखने को मिलेगा। इस फूलों के त्यौहार में 7 रंग के ट्यूलिप के फूल उगाए गए हैं। ट्यूलिप फेस्टिवल का आयोजन नई दिल्ली नगरपालिक परिषद (NDMC) ने किया है। एनडीएमसी ने ट्यूलिप महोत्सव के लिए 3 लाख ट्यूलिप के बल्ब नीदरलैंड से मंगाए है। इसके साथ ही 40 हजार ट्यूलिप फूल डट एम्बेसी ने दिए हैं। बता दें, नीदरलैंड में होने वाला ट्यूलिप महोत्सव पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा फेमस है।
क्यो खास हैं ट्यूलिप के फूल: ट्यूलिप फूल लिली के परिवार को हिस्सा होते हैं, जो बारहमासी होते हैं। ट्यूलिप के पौधों की ग्रोथ ठंडे तापमान में होती है। ये फूल बसंत ऋतु में खिलते हैं और सुंदर बड़े कप की तरह दिखते हैं। ट्यूलिप प्यार, माफी और सुंदरता के प्रतीक होते हैं। दिल्ली के ट्यूलिप फेस्टिवल में आपको लाल, नीले, सफेद सहित कई रंग के लाखों मन को भा लेने वाले फूल देखने को मिलेंगे। यहां ट्यूलिप वॉक के साथ प्रदर्शनी और फूड फेस्टिवल भी देखने को मिलेगा। फूलों की फोटोग्राफी कॉम्पिटिशन और ट्यूलिप इंडो-डच म्यूजिक प्रोग्राम में भी हिस्सा ले सकते हैं।
जाने का समय और टिकट: दिल्ली में 10 फरवरी को ट्यूलिप के फूल खिलने के साथ ही फेस्टिवल की शुरुआत हो गई थी। आप 21 फरवरी तक इस फूलों के त्यौहार में जाकर मनमोहक फूलों का आनंद ले सकते हैं। सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे के बीच यहां पर जा सकते हैं। इसके बाद एंट्री नहीं मिलेगी। ट्यूलिप फेस्टिवल में जाने के लिए आपको कोई टिकट लेने की जरूरत नहीं है।
राष्ट्रपति भवन का अमृत उद्यान: दिल्ली में अमृत उद्यान शीतकालीन आकर्षण में से एक है। जो अपनी प्राकृतिक शांति और हरियाली से दर्शकों को आकर्षित करता है। दिल्ली में रहने वाले या यहां घूमने आने वालों का एक बार अमृत उद्यान घूमने का होता है। राष्ट्रपति भवन का अमृत उद्यान आम जनता के लिए 31 मार्च तक खुला रहेगा। ये बगीचा प्रकृति प्रेमियों के लिए बहुत खास है, क्योंकि पेड़, पौधे और फूल यहां का मुख्य आकर्षण है।
थीम, टिकट और समय: इस साल 2024 की थीम ट्यूलिप गार्डन है, इसीलिए अमृत उद्यान और सिग्नेचर उद्यान इसी थीम में होंगे। पार्क में ट्यूलिप के फूलों को अलग तरीके से लगाया गया है, जिससे फूलों पर सुबह सूरज की किरण पड़ने से लेकर शाम तक ट्यूलिप के फूल खिलते रहेंगे। यहां आपकों 100 से ज्यादा गुलाब के फूलों की किस्मे देखने को मिलेंगी। अमृत उद्यान घूमने का समय सुबह 10 से शाम 5 बजे तक का है, लेकिन शाम को 4 बजे के बाद एंट्री नहीं मिलेगी। यहां घूमने के लिए कोई टिकट फीस नहीं है, लेकिन आपको पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना होगा। वहीं, ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन गेट नं 35 पर होगा। वहीं, सोमवार को अमृत उद्यान बंद रहता है।
क्या है मुख्य आकर्षण: इस बगीचे में ट्यूलिप, एशियाई लिली, डैफोडिल्स, ओरिएंटल लिली और भी कई दुर्लभ प्रजाति के फूल आप यहां देख सकते हैं। लेकिन, यहां मेन आकर्षण ट्यूलिप के फूलों से बने पैटर्न और गुलाब की 100 से ज्यादा किस्मे होंगी। इसके अलावा यहां 225 साल पुराना शीशम का पेड़, म्यूजिकल फाउंडेशन, प्राकृतिक क्लासरूम की तरह सजा पिलखन सैलानियों को अपनी आकर्षित करेगा। पिलखन पेड़ के पास फूलों से एक घड़ी( पुष्प घड़ी) बनाई गई है।
बच्चों के लिए गार्डन: बच्चों के लिए स्पेशन क्यूरेटेड गार्डन बनाया गया है। जिसमें ट्रीहाउस और खाने पीने का इंतजाम किया गया है। वहीं, हाट और एग्जीबिशन भी देखने को मिलेगी। जिसमें कई तरह की चीजें होंगी। हर बार की तहर बोनसाई गार्डन भी बनाया गया है, जिसमें कुछ खास पेड़ भी हैं। राष्ट्रपति भवन परिसर का सेंट्रल लॉन चारों तरफ से खूबसूरत फूलों से सजा एकदम मनमोहक लगता है।