बारिश बनी मुसीबत: दिल्ली में पानी-पानी, रफ्तार हुई धीमी सड़कों पर जाम, उड़ानें रुकीं, लोग हुए परेशान
May 25, 2025, 1:00 PM | Skymet Weather Teamदिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में तेज बारिश और तूफानी हवाओं ने भारी तबाही मचाई। पूरे क्षेत्र में जलभराव की समस्या देखने को मिली, जिससे भारी ट्रैफिक जाम लग गया। हवाई यातायात भी प्रभावित हुआ और खराब मौसम के कारण लगभग 49 उड़ानों को दूसरे स्थानों पर डायवर्ट करना पड़ा। इससे यह साफ हो गया कि मौसम की यह गतिविधि कितनी व्यापक और तीव्र थी।
मौसम में बदलाव का कारण: उत्तर-पश्चिम यूपी पर चक्रवाती परिसंचरण
इस असामान्य मौसम गतिविधि का कारण उत्तर-पश्चिम उत्तर प्रदेश और उससे सटे हरियाणा के हिस्सों पर बना एक चक्रवाती परिसंचरण था। इसी सिस्टम की वजह से पंजाब, हरियाणा और दिल्ली-एनसीआर में प्री-मानसून की तेज बारिश दर्ज की गई। यह बदलाव अचानक आया, जिससे आम लोग चौंक गए और तैयार नहीं थे।
70-80 किमी/घंटा की रफ्तार से चली हवाएं, पेड़ गिरे और ढांचा क्षतिग्रस्त
तूफान की रात हवा की गति 70 से 80 किलोमीटर प्रति घंटा तक पहुंच गई, जिससे कई इलाकों में पेड़ गिर गए और कुछ स्थानों पर बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा। मौसम की यह तीव्रता न केवल डरावनी थी, बल्कि बेहद अचानक भी आई, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
तापमान में अचानक गिरावट: एक घंटे में 10 डिग्री की कमी
तेज आंधी और बारिश ने दिल्ली में तापमान को भी काफी प्रभावित किया। 12:30 बजे रात से लेकर 1:30 बजे तक केवल एक घंटे के भीतर तापमान 32°C से गिरकर 22°C हो गया। इसके अलावा, पालम वेधशाला में न्यूनतम तापमान 24 मई को 27.6°C था, जो 25 मई को घटकर केवल 19.4°C रह गया।
गर्मी से राहत, लेकिन थोड़े समय के लिए
हालांकि यह मौसम परिवर्तन गर्मी से राहत लेकर आया, लेकिन मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह ठंडक ज्यादा समय तक टिकने वाली नहीं है। आने वाले दिनों में फिर से तापमान बढ़ने की संभावना है और क्षेत्र सामान्य प्री-मानसून की गर्मी की ओर लौटेगा।
स्काइमेट की चेतावनी: आगे भी अस्थिर मौसम की संभावना
स्काइमेट ने नागरिकों को सतर्क रहने की सलाह दी है क्योंकि अगले कुछ दिनों में फिर से मौसम अस्थिर हो सकता है। अचानक तेज हवाएं, बारिश और तापमान में उतार-चढ़ाव जैसी स्थितियां दोबारा देखने को मिल सकती हैं, जिससे सावधानी बरतना जरूरी है।