उत्तर भारत में भीषण गर्मी का प्रकोप, पड़ रहे लू के थपेड़े, वीकेंड पर मिल सकती है राहत

By: skymet team | Edited By: skymet team
Jun 9, 2025, 2:00 PM
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उत्तर भारत के पहाड़ों और मैदानों में तापमान में अचानक तेज़ बढ़ोतरी कई कारणों से हुई है। पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) क्षेत्र से हट गया है, जबकि पूर्व-पश्चिम ट्रफ उत्तर की ओर खिसक गया है और अब कमजोर हो चुका है। इसके साथ ही वायुमंडलीय परिसंचरण (circulation bubbles) भी शांत हो गए हैं। इन परिस्थितियों में पश्चिमी सीमाओं से आने वाली गर्म और शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाएं मैदानों में तेज़ी से गर्मी ला रही हैं।

मई में रही राहत, लेकिन अब तेज़ गर्मी की दस्तक

मई महीने के दौरान लगातार आने वाले तूफान और धूल भरी आंधियों ने अधिकांश उत्तर भारत में लू की स्थिति नहीं बनने दी। राजस्थान के पश्चिमी हिस्सों और गुजरात के कुछ क्षेत्रों को छोड़कर, मई का महीना सामान्य से बेहतर रहा। लेकिन अब पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और दिल्ली में इस सप्ताह तेज़ गर्मी की लहर की संभावना है। पहाड़ी क्षेत्रों में भी तापमान 30°C से ऊपर जा सकता है। यह गर्मी धीरे-धीरे मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के हिस्सों तक भी फैल सकती है।

मानसून की देरी और सिस्टम की कमी बनी कारण

इस समय कोई सक्रिय पश्चिमी प्रणाली मौजूद नहीं है और मानसून की प्रगति में भी रुकावट आ गई है। इसके कारण अगले कुछ दिनों तक मौसम में गर्मी का प्रकोप बना रहेगा। 14 मई 2025 से पहले किसी भी प्रकार की वर्षा, आंधी या धूल भरी आंधी की संभावना नहीं है। हालांकि, सप्ताहांत के आसपास बंगाल की खाड़ी में बनने वाली मौसम प्रणालियाँ बदलाव ला सकती हैं।

पाकिस्तान से आ रही गर्म हवा ने बढ़ाई तपिश

राजस्थान के पश्चिमी भागों और हरियाणा के कुछ हिस्सों में लू की स्थिति पहले से बनी हुई है। कुछ स्थानों पर तापमान 45°C से अधिक हो गया है। पाकिस्तान के जैकबाबाद में तापमान 49.4°C और सिबी में 48.4°C दर्ज किया गया है। इन इलाकों में उत्पन्न गर्मी राजस्थान की ओर उत्तर-पश्चिमी हवाओं के ज़रिए पहुँच रही है। श्रीगंगानगर में तापमान 47.4°C दर्ज हुआ, जो सामान्य से 5°C अधिक है और देश में सबसे अधिक है। इससे पहले 21 मई 2025 को यहाँ 47.6°C रिकॉर्ड हुआ था।

अगले 4 दिनों तक गर्मी का कहर, फिर राहत की उम्मीद

अगले 4 दिनों तक उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में लू की स्थिति बनी रहेगी। लेकिन बंगाल की खाड़ी में बन रही मानसूनी प्रणालियाँ और एक नया पश्चिमी विक्षोभ इस गर्मी पर विराम लगा सकते हैं। इनके संयुक्त प्रभाव से सप्ताहांत के आसपास आंधी, वर्षा, धूल भरी हवाएं और तेज़ झोंके तापमान में गिरावट ला सकते हैं और गर्मी से राहत दे सकते हैं।

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डिस्क्लेमर: यह जानकारी स्काइमेट की पूर्वानुमान टीम द्वारा किए गए मौसम और जलवायु विश्लेषण पर आधारित है। हम वैज्ञानिक रूप से सही जानकारी देने का प्रयास करते हैं, लेकिन बदलती वायुमंडलीय स्थितियों के कारण मौसम में बदलाव संभव है। यह केवल सूचना के लिए है, इसे पूरी तरह निश्चित भविष्यवाणी न मानें।

Skymet भारत की सबसे बेहतर और सटीक निजी मौसम पूर्वानुमान और जलवायु इंटेलिजेंस कंपनी है, जो देशभर में विश्वसनीय मौसम डेटा, मानसून अपडेट और कृषि जोखिम प्रबंधन समाधान प्रदान करती है