कहीं बूंदें, कहीं सूखा, दिल्ली में मानसून की चाल सुस्त, जानें राजधानी में कैसा रहेगा मौसम का हाल

By: skymet team | Edited By: skymet team
Jul 16, 2025, 12:30 PM
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दिल्ली में मानसून सुस्त, फोटो: Hindustan Times

कल दिल्ली और एनसीआर में बहुत हल्की और छिटपुट बारिश देखने को मिली। लगभग आधी वेधशालाओं (observatories) में बारिश दर्ज ही नहीं हुई, जबकि कुछ में केवल 1-2 मिमी बारिश दर्ज की गई वह भी शाम के समय। पालम स्थित एयरपोर्ट वेधशाला में 5.8 मिमी बारिश हुई, जबकि सफदरजंग और लोधी रोड मौसम कार्यालयों में बारिश इतनी कम थी कि उसे मापा भी नहीं जा सका। अनुमान के मुताबिक दिन का तापमान सामान्य से 2-3°C नीचे रहा, लेकिन हवा में नमी अत्यधिक रही जिससे उमस बनी रही।

जुलाई के आधे महीने में बारिश का आंकड़ा पिछड़ता हुआ

जुलाई के मध्य तक दिल्ली के प्रमुख रिकॉर्डिंग स्टेशन सफदरजंग में केवल 100 मिमी बारिश दर्ज की गई है, जबकि इस महीने का सामान्य औसत 195.8 मिमी होता है। हालांकि जुलाई में बारिश का प्रदर्शन अच्छा रहा है,। 2010 से अब तक के 15 सालों में से 11 बार दिल्ली में जुलाई में सामान्य से अधिक बारिश हुई है। केवल चार वर्षों (2011, 2012, 2014, 2017) में बारिश सामान्य से कम रही, जिसमें 2012 में सबसे कम 94.8 मिमी दर्ज की गई थी। वहीं, 2021 में जुलाई सबसे अधिक बारिश वाला महीना रहा जिसमें 507.1 मिमी वर्षा हुई थी। जुलाई 2003 का अब तक का रिकॉर्ड 632 मिमी है, जो इस महीने में सबसे ज्यादा बारिश का आंकड़ा है।

राजस्थान पर बना सिस्टम अब फिर से कमजोर हुआ

राजस्थान के ऊपर बना निम्न दबाव क्षेत्र (Low Pressure Area), जो कुछ समय के लिए डिप्रेशन (गहरा दबाव) में तब्दील हो गया था, अब फिर से कमजोर होकर निम्न दबाव क्षेत्र में लौट आया है। यह सिस्टम पश्चिम की ओर बढ़ते हुए अब उत्तर पश्चिम राजस्थान में स्थित है और अगले 24 घंटों में उत्तर पश्चिम राजस्थान, पश्चिम पंजाब और पाकिस्तान की सीमा के पास पहुंच सकता है। इसके बाद यह सिस्टम धीरे-धीरे कमजोर होकर वहीं स्थिर रहेगा। यही सिस्टम मानसून ट्रफ के पश्चिमी छोर को नियंत्रित कर रहा है, जो दिल्ली और इसके आसपास के मौसम को प्रभावित कर रहा है।

मानसून ट्रफ का स्थान और उसका असर

यह मानसून ट्रफ इसी सिस्टम से निकलकर बिहार और झारखंड के ऊपर बने दूसरे निम्न दबाव क्षेत्र से जुड़ रहा है। यह पूर्व-पश्चिम दिशा में फैला ट्रफ अब थोड़ा उत्तर की ओर खिसक गया है, जो दिल्ली के करीब है। संभावना है कि यह ट्रफ गुरुवार और शुक्रवार को दिल्ली के ऊपर से गुजरेगा, जिससे उन दिनों बारिश की गतिविधियां बढ़ेंगी। सप्ताहांत (शनिवार और रविवार) तक राजस्थान और उत्तर प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में सिस्टम खिसकने से ट्रफ दिल्ली से और उत्तर की ओर खिसक जाएगा।

दिल्ली के लिए आने वाले दिनों का पूर्वानुमान

आज दिल्ली में कुछ इलाकों में हल्की और छिटपुट बारिश हो सकती है। गुरुवार और शुक्रवार को बारिश की तीव्रता और दायरा बढ़ेगा। गुरुवार को अच्छी बारिश की संभावना अधिक है, जो मध्यम तीव्रता की बौछारों के रूप में हो सकती है। शनिवार और रविवार (19 और 20 जुलाई) को मौसम अधिकतर शुष्क रहेगा। हालांकि गर्मी और उमस की वजह से कहीं-कहीं एक-दो इलाकों में स्थानीय कारणों से बहुत हल्की बारिश या फुहारें हो सकती हैं, लेकिन उनका असर सीमित और अल्पकालिक होगा।

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डिस्क्लेमर: यह जानकारी स्काइमेट की पूर्वानुमान टीम द्वारा किए गए मौसम और जलवायु विश्लेषण पर आधारित है। हम वैज्ञानिक रूप से सही जानकारी देने का प्रयास करते हैं, लेकिन बदलती वायुमंडलीय स्थितियों के कारण मौसम में बदलाव संभव है। यह केवल सूचना के लिए है, इसे पूरी तरह निश्चित भविष्यवाणी न मानें।

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