दिल्ली-NCR में छाया घना कोहरा, हवाई से सड़क तक यातायात बेहाल, जनजीवन प्रभावित
मुख्य मौसम बिंदु
- दिल्ली-एनसीआर में घना से बहुत घना कोहरा, दृश्यता बेहद कम
- हवाई, रेल और सड़क यातायात पर गंभीर असर
- AQI लगातार दूसरे दिन ‘गंभीर’ श्रेणी में
- अगले 72 घंटे तक कोहरे की संभावना, सतर्कता जरूरी
दिल्ली-एनसीआर में सुबह बहुत जल्दी ही बेहद घना कोहरा छा गया, जिससे ज़मीनी और हवाई यातायात लगभग ठप हो गया। बीती शाम और रात के शुरुआती घंटों में शुरू हुआ कोहरा, तड़के सुबह होते-होते बेहद खतरनाक और आंखों को चौंधिया देने वाली स्थिति में बदल गया, जो देर सुबह तक बना रहा। पूरे क्षेत्र में घने से बेहद घने कोहरे की चादर फैल गई, जिससे रेल, सड़क और हवाई सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं। क्षैतिज दृश्यता में भारी गिरावट दर्ज की गई, जिससे विमानों की लैंडिंग और टेकऑफ में गंभीर दिक्कतें आईं और कई यात्री हवाई अड्डों पर फंसे रह गए। इसके साथ ही, जहरीले स्मॉग ने शहर को अपनी गिरफ्त में ले लिया और वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) लगातार दूसरे दिन ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गया। कम दृश्यता के चलते कैट-III (Cat-III) प्रक्रिया लागू करनी पड़ी, जिसके तहत केवल सीमित उड़ान संचालन ही संभव हो सका। धीमी हवाई गतिविधियों का असर आगे की उड़ानों पर भी पड़ा, जिससे कई फ्लाइट्स रद्द हुईं और कई में लंबी देरी हुई।

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दृश्यता में धीरे-धीरे सुधार, लेकिन यातायात पर असर जारी
अनुमान के मुताबिक, हवाओं की गति, अत्यधिक नमी और सतही तापमान ये तीनों कारक एक साथ मिलकर दिल्ली और एनसीआर में बेहद खराब दृश्यता की वजह बने। हालांकि, पालम एयरपोर्ट पर सुबह करीब 10:30 बजे के बाद क्षैतिज दृश्यता में कुछ सुधार देखने को मिला और यह लगभग 500 मीटर तक पहुंच गई। साथ ही, उपयोग में ली जा रही रनवे पर रनवे विज़ुअल रेंज (RVR) 1000 मीटर से अधिक दर्ज की गई। इससे विमानों की आवाजाही में कुछ तेजी आने की उम्मीद है और हवाई अड्डों पर बनी भीड़ व अव्यवस्था में धीरे-धीरे कमी आ सकती है। इसके बावजूद, पहले से प्रभावित उड़ानों के कारण बने दबाव का असर कुछ समय तक बना रह सकता है।
पश्चिमी विक्षोभ का असर, अगले 72 घंटे घने कोहरे की चेतावनी
उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों से एक पश्चिमी विक्षोभ गुजर रहा है, जिसके कारण उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में आंशिक बादल छाए हुए हैं। घने कोहरे की वजह से ‘आकाश ढका हुआ’ जैसी स्थिति बनी हुई है, जिससे बादलों की परत साफ तौर पर नजर नहीं आ रही। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से दिल्ली में निचले स्तर की हवाएं हल्की बनी रहेंगी। साथ ही, सुबह के समय तापमान लगभग 8 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। देर रात और तड़के सुबह सापेक्षिक आर्द्रता का स्तर 90 प्रतिशत से अधिक बना रहेगा, जो घने कोहरे के लिए बेहद अनुकूल स्थिति है। ऐसे हालात अगले 72 घंटों तक, यानी नए साल की पूर्व संध्या के बाद भी बने रहने की संभावना है। इस दौरान खासतौर पर रात और सुबह के समय दृश्यता और अधिक खराब हो सकती है। सभी तरह की यात्राएं जोखिम भरी रहेंगी और रोज़मर्रा के यात्रियों की आवाजाही भी बुरी तरह प्रभावित हो सकती है। लोगों को बेहद सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
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