पृथ्वी दिवस 2025: नवीकरणीय ऊर्जा है जलवायु संकट का समाधान

Apr 22, 2025, 5:30 PM | Skymet Weather Team
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पृथ्वी दिवस 2025: हमारी शक्ति, हमारा ग्रह | फोटो: Canva

आज, 22 अप्रैल 2025 को हम पृथ्वी दिवस की 55वीं वर्षगांठ मना रहे हैं, यह एक ऐसा दिन है जो दुनिया भर के 192 देशों के एक अरब से ज्यादा लोगों को पर्यावरण संरक्षण के लिए एकजुट करता है। इस वर्ष की थीम "हमारी शक्ति, हमारा ग्रह"(Our Power, Our Planet) है। जो याद दिलाती है कि एक बेहतर और टिकाऊ भविष्य की दिशा में बदलाव लाने की ताकत हम सभी के पास है।

जलवायु संकट अब भी गंभीर है

पिछले कई दशकों की प्रगति के बावजूद, धरती अब भी खतरनाक दर से गर्म हो रही है। विश्व मौसम संगठन (WMO) के अनुसार 2024 में वैश्विक औसत तापमान पूर्व-औद्योगिक स्तरों से करीब 1.48°C अधिक था। यह पेरिस समझौते द्वारा तय की गई 1.5°C की सीमा के बेहद करीब है। हीटवेव, बाढ़, सूखा जैसे जलवायु संकट अब अधिक तीव्र और लगातार हो गए हैं।

धरती दिवस की ताकत: लोगों की एकजुटता

पृथ्वी दिवस की शुरुआत एक जमीनी आंदोलन के रूप में हुई थी। यह अब एक वैश्विक मंच बन चुका है जो स्वच्छ हवा, स्वस्थ महासागर, उपजाऊ मिट्टी, जैव विविधता और मानव कल्याण जैसे मुद्दों पर बात करता है।

स्काइमेट, जो मौसम और जलवायु पर आधारित टिकाऊ समाधानों का समर्थन करता है, यह मानता है कि जलवायु जोखिमों को कम करने के लिए स्वच्छ ऊर्जा की ओर तेजी से बढ़ना बेहद जरूरी है।

अब समय है — नवीकरणीय ऊर्जा की क्रांति का

इस साल पृथ्वी दिवस का सबसे बड़ा संदेश है, 2030 तक वैश्विक नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन को तीन गुना करें। सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, जलविद्युत, भू-तापीय ऊर्जा जैसी तकनीकों के जरिये हम सस्ती और स्वच्छ बिजली पा सकते हैं और वह भी बिना पर्यावरण को नुकसान पहुंचाए।

क्या है स्वच्छ ऊर्जा:

स्वच्छ ऊर्जा का मतलब है उन स्रोतों से प्राप्त ऊर्जा जो कम या कोई ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन नहीं करते हैं, और जो वायु प्रदूषण में भी योगदान नहीं देते हैं। इसे नवीकरणीय ऊर्जा या हरित ऊर्जा के साथ भी जोड़ा जा सकता है।स्वच्छ ऊर्जा के उदाहरण हैं जैसे सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, जल ऊर्जा, भूतापीय ऊर्जा, बायोमास ऊर्जा

दुनिया भर के देश इसका बेहतरीन उदाहरण पेश कर रहे हैं:

जैसेे अमेरिका में टेक्सास और कैलिफोर्निया जैसे राज्य दुनिया की सबसे सस्ती सौर बिजली बना रहे हैं। भारत(India) ने 2030 तक अपनी 50% ऊर्जा जरूरतों को नवीकरणीय स्रोतों से पूरा करने का लक्ष्य रखा है। उरुग्वे (Uruguay) अब अपनी 98% बिजली नवीकरणीय स्रोतों (renewables Sources) से प्राप्त करता है। केन्या (Kenya) की लगभग आधी बिजली भू-तापीय ऊर्जा से आती है। ऑस्ट्रेलिया (Australia) में हर तीसरे घर में सोलर पैनल लगे हैं। डेनमार्क (Denmark), ब्राज़ील (Brazil) और जर्मनी (Germany) पवन और जलविद्युत में आगे हैं।

नवीकरणीय ऊर्जा क्यों है ज़रूरी?

पर्यावरणीय असर: स्वच्छ ऊर्जा ग्रीनहाउस गैसों का उत्सर्जन नहीं करती, जिससे प्रदूषण और जलवायु परिवर्तन को रोका जा सकता है।

स्वास्थ्य लाभ: स्वच्छ हवा से अस्थमा, दिल की बीमारियों और स्ट्रोक जैसी बीमारियों का खतरा कम होता है। खासकर महिलाओं और बच्चों को सबसे ज़्यादा फायदा होता है।

आर्थिक अवसर: यह क्षेत्र दुनिया में 14 मिलियन नई नौकरियां पैदा कर सकता है। यह अब $1.2 ट्रिलियन से अधिक का उद्योग बन चुका है और 17% की दर से बढ़ रहा है। अमेरिका में एक कानून (Inflation Reduction Act) 2030 तक परिवारों को $38 बिलियन की ऊर्जा बचत देगा।

बदलाव की असली ताकत: हम लोग

इस बदलाव की असली ताकत सिर्फ तकनीक नहीं है, बल्कि हम सभी हैं। किसान, शिक्षक, छात्र, CEO हर कोई अपने-अपने स्तर पर फर्क ला सकता है। छोटे-छोटे कदम, जैसे सोलर पैनल लगवाना, पर्यावरण हितैषी नीतियों को समर्थन देना या लोगों को जागरूक करना सब मिलकर बड़ा बदलाव लाते हैं।

जुड़िए इस आंदोलन से

इस पृथ्वी दिवस पर आइए ये स्वीकार करें कि बदलाव की असली ताकत हमारे हाथ में है। नवीकरणीय ऊर्जा का समर्थन करें, कार्रवाई की मांग करें और दूसरों को प्रेरित करें।

चाहे आप सोलर पैनल लगवा रहे हों, जलवायु के पक्ष में वोट डाल रहे हों, या सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर रहे हों, "हर कदम मायने रखता है।"

यह हमारी शक्ति है। यह हमारा ग्रह है। आइए, इसे मिलकर बचाएं।

आंकड़े और जानकारी EARTHDAY.ORG से ली गई हैं।

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