घने कोहरे की वापसी! उत्तर भारत में सर्दी का असर तेज, हाईवे पर बढ़ेगा खतरा
मुख्य मौसम बिंदु
- उत्तर भारत में सुबह के समय घना से बहुत घना कोहरा छाने की संभावना
- हाईवे और खुले इलाकों में दृश्यता बेहद कम हो सकती है
- पहाड़ों में बर्फबारी से मैदानी इलाकों में कोहरा और घना
- यात्रियों और ड्राइवर्स को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह
उत्तर भारत में सर्दी धीरे-धीरे अपना असर बढ़ा रही है। हालांकि दोपहर के समय धूप कुछ राहत दे सकती है, लेकिन कुल मिलाकर आने वाले दिनों में मौसम और चुनौतीपूर्ण होने वाला है। स्काइमेट के पूर्वानुमान के अनुसार, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और आसपास के मैदानी इलाकों में देर रात और सुबह के समय फिर से घना से बहुत घना कोहरा छाने की संभावना है।
हाईवे पर दृश्यता घटने से बढ़ेगा सफर का खतरा
घने कोहरे के कारण हाईवे और खुले इलाकों में दृश्यता अचानक बहुत कम हो सकती है। यदि सावधानी नहीं बरती गई, तो यात्रा के दौरान दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ सकता है। खासतौर पर सुबह-सवेरे और रात में वाहन चलाने वालों को अधिक सतर्क रहने की जरूरत है।
कोहरा बनने के पीछे क्या है वजह?
हाल के मौसम पैटर्न को देखें तो कोहरा बनने की परिस्थितियां पूरी तरह अनुकूल हैं। हवा में नमी ज्यादा है, हवाएं हल्की चल रही हैं और रात का तापमान बहुत ज्यादा ठंडा नहीं हो रहा। इन कारणों से कोहरा आसानी से बन रहा है। भले ही दिन में धूप निकले, लेकिन सूर्यास्त के बाद तापमान गिरते ही कोहरा तेजी से दोबारा छा जाता है।
पहाड़ों में बर्फबारी, मैदानी इलाकों में कोहरा और घना
पहाड़ी इलाकों में सर्दियों की गतिविधियां तेज हो गई हैं। कश्मीर में ताजा बर्फबारी दर्ज की गई है और महीने के अंत तक और पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है। पहाड़ों में ठंड बढ़ने और मैदानी इलाकों के अपेक्षाकृत गर्म रहने से तापमान का अंतर बन रहा है, जिससे निचले इलाकों में कोहरा और ज्यादा घना हो रहा है।
आगे का मौसम क्या कहता है?
अगले कई दिनों तक सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। कुछ जगहों पर बहुत घना कोहरा भी हो सकता है, जहां दृश्यता लगभग शून्य तक गिर सकती है। दिन का तापमान धूप की उपलब्धता पर निर्भर करेगा, लेकिन रातें हल्की ठंडी बनी रहेंगी, जिससे कोहरा बना रहेगा। जो लोग सुबह जल्दी यात्रा करते हैं या विंटर रोड ट्रिप की योजना बना रहे हैं, उन्हें विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। खराब दृश्यता के कारण समय से पहले निकलना और अतिरिक्त सतर्कता बेहद जरूरी है।
कोहरे में ड्राइविंग के दौरान जरूरी सुरक्षा टिप्स
कोहरे में गाड़ी चलाना आत्मविश्वास से नहीं, बल्कि समझदारी और सतर्कता से जुड़ा होता है। कुछ आसान आदतें अपनाकर जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है। सड़क के बाएं किनारे बनी सफेद लाइन को देखकर गाड़ी चलाएं। बीच की लाइन पर ध्यान देने से सामने से आ रहे वाहनों की ओर जाने का खतरा रहता है, खासकर हाईवे और मोड़ों पर। बाहर का कोहरा पहले से ही परेशानी पैदा करता है, ऊपर से अगर शीशों पर नमी जम जाए तो दृश्यता और खराब हो जाती है। डिफॉगर और एसी का इस्तेमाल कर विंडस्क्रीन और शीशों को साफ रखें, क्योंकि हल्की नमी भी दूरी का अंदाज़ा बिगाड़ सकती है।
GPS पर पूरी तरह भरोसा न करें, सेफ्टी बफर बनाएं
नेविगेशन ऐप रास्ता दिखाते हैं, लेकिन सड़क की वास्तविक स्थिति नहीं। वे अचानक छा जाने वाले कोहरे, रुके हुए वाहनों या शून्य दृश्यता वाले इलाकों की जानकारी नहीं दे सकते। ऐसे में सड़क की स्थिति के अनुसार ही गति और निर्णय लें। अगर कोहरा बहुत घना हो जाए, तो केवल सुरक्षित स्थानों जैसे पेट्रोल पंप या निर्धारित पार्किंग एरिया पर ही रुकें। सड़क पर कभी न रुकें। हैज़र्ड लाइट चालू रखें और हालात सुधरने का इंतजार करें।
अचानक लेन बदलने से बचें,स्मार्ट प्लानिंग, सुरक्षित यात्रा
अचानक लेन बदलने से दूसरे ड्राइवर भ्रमित हो सकते हैं। अपनी लेन में रहें, इंडिकेटर समय पर दें और धीरे-धीरे व अनुमानित तरीके से वाहन चलाएं। जब दृश्यता बहुत कम हो, तो धैर्य ही सबसे सुरक्षित विकल्प है। यात्रा शुरू करने से पहले कोहरे की चेतावनी और मौसम अपडेट जरूर देखें। रिफ्लेक्टिव ट्रायंगल, गर्म कपड़े और पूरी तरह चार्ज मोबाइल फोन साथ रखें। सर्दियों में ड्राइविंग के लिए सही तैयारी और शांत निर्णय बेहद जरूरी हैं।
जानकारी ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच
जैसे-जैसे कोहरा दोबारा मजबूत हो रहा है और सर्दी बढ़ रही है, सही जानकारी ही आपकी सबसे बड़ी सुरक्षा बनेगी। Skymet App के साथ मौसम से अपडेट रहें, क्योंकि मंज़िल पर पहुंचने से ज्यादा जरूरी है सुरक्षित पहुंचना।
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