
बंगाल की खाड़ी में बना डिप्रेशन तमिलनाडु आंध्र प्रदेश तथा ओडिशा सहित कई राज्यों में बारिश देने के बाद अब कमजोर हो गया है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र उत्तरी तमिलनाडु तथा उसके आसपास के क्षेत्रों पर बना हुआ है। इस चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से एक निम्न दबाव की रेखा उत्तर तटीय ओडिशा की तरफ आ रही है।
इसके प्रभाव से पिछले 24 घंटों के दौरान पुरी में 124 मिलीमीटर तथा गोपालपुर में 100 मिलीमीटर की भारी बारिश दर्ज की गई है। कलिंगापत्तनम में 43, भुवनेश्वर में 33 तथा चांदबाली में 17 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। अगले 24 घंटों के दौरान खोरडा, पुरी, कटक, भुवनेश्वर, नयागढ़, गंजाम, गजपति, रायगड़ा, कंधमाल, अंगुल, जाजपुर तथा केंद्रपाड़ा आदि जिलों में कई स्थानों पर तेज बारिश तथागत के साथ बौछारें गिरने की संभावना है।
1 नवंबर से 12 नवंबर के बीच ओडिशा को सामान्य से 30% कम वर्षा प्राप्त हुई है। इस दौरान सामान्य वर्षा का औसत 117.9 मिलीमीटर है जबकि अब तक उड़ीसा को केवल 90.2 मिलीमीटर वर्षा मिली है। अगले 24 से 48 घंटों के दौरान उड़ीसा के कई जिलों में बारिश संभव है।
स्काइमेट के मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, एक नया निम्न दबाव का क्षेत्र दक्षिणी अंडमान सागर में बना है जो शक्तिशाली होकर डिप्रेशन बनेगा तथा आंध्र प्रदेश के टत की तरफ बढ़ेगा। जिसके प्रभाव में 17 और 19 नवंबर के बीच उड़ीसा के कई जिलों में एक बार फिर भारी बारिश संभव है। नवंबर के महीने में होने वाली यह बारिश की गतिविधियां उड़ीसा के वर्षा के औसत को सामान्य से ऊपर ले जाएंगी।