उत्तर प्रदेश के अधिकांश भागों में पिछले 24 घंटों के दौरान गरज के साथ हल्की प्री-मॉनसून वर्षा रिकॉर्ड की गई। लंबे समय बाद ऐसा हुआ है जब राज्य में कुछ बारिश की गतिविधियां देखने को मिली हैं। हालांकि यह बारिश लंबे समय तक नहीं चली और जल्द ही मौसमी सिस्टम निष्प्रभावी हो गया जिससे बारिश बंद हो गई। स्काईमेट ने राज्य के पश्चिम में नजीबाबाद, सहारनपुर, मुरादाबाद, मेरठ सहित मध्य में लखनऊ, लखीमपुर, बरेली, शाहजहांपुर और पूर्व में वाराणसी, इलाहाबाद, आजमगढ़ तथा जौनपुर तक हल्की वर्षा का अनुमान लगाया था और पिछले 24 घंटों के दौरान इन भागों में बारिश देखने को मिली।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार पिछले 24 घंटों के दौरान बारिश बहुत अधिक नहीं हुई है लेकिन 2 दिनों से छाए घने बादलों के चलते अधिकांश स्थानों पर दिन के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट हुई है। गौरतलब है कि उत्तर में जम्मू कश्मीर के पास एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ था इसके प्रभाव से पंजाब पर चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र विकसित हुआ। इस सिस्टम से एक ट्रफ रेखा बनी थी जो उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश होते हुए दक्षिण में तमिलनाडु तक पहुंच रही थी।
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इसके प्रभाव से राज्य में मौसम में बदलाव दिखाई दिया और बारिश हुई। अब यह सिस्टम निष्प्रभावी हो गए हैं जिससे मौसम फिर से बदल गया है। बृहस्पतिवार को कुछ स्थानों पर बादल छाए रहे लेकिन मौसम शुष्क रहा। मौसम शांत होने के साथ ही राज्य के अधिकांश भागों में ठंडी और शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाएँ पहुंचने लगी हैं जिसके चलते न्यूनतम तापमान में गिरावट आ गई है।
अनुमान है कि अगले दो-तीन दिनों के दौरान रात के तापमान में कुछ और कमी देखने को मिलेगी, जिससे आगरा, मथुरा, अलीगढ़, मेरठ, गाजियाबाद, कानपुर, वाराणसी और गोरखपुर सहित कई जगहों पर सुबह का मौसम शीतल और सुहावना बना रहेगा। हालांकि दिन में धूप खिली रहेगी जिससे दिन के तापमान में गिरावट की संभावना नहीं है। लेकिन अगले दो-तीन दिनों तक तेज गर्मी से राहत मिल सकती है।
Image credit: Flatpebble
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