इस सीजन में दिल्ली एनसीआर से सर्दियों की बारिश लगभग अनुपस्थित रही। हालांकि दिसंबर में दो मौकों पर बहुत हल्की बारिश देखि गयी थी लेकिन इसका मौसम पे कोई प्रभाव नहीं देखा गया। मगर अब, राष्ट्रीय राजधानी में सप्ताहांत में कुछ बारिश की उम्मीद है।
स्काईमेट वेदर के अनुसार, एक पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत के हिस्सों को प्रभावित कर रहा है। हालांकि वर्षा की तीव्रता पहाड़ियों पर अधिक और मैदानों पर कम है। पिछले 24 घंटों के दौरान पड़ोसी राज्य पंजाब और हरियाणा हल्की वर्षा दर्ज की गयी। हालांकि, दिल्ली-एनसीआर में कोई गतिविधि नहीं देखी गयी, लेकिन हवा के पैटर्न में बदलाव के साथ, न्यूनतम तापमान ने सर्द रातों से राहत दी है।
बुधवार सुबह, सफदरजंग में न्यूनतम 6.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो कि पिछले दिन की तुलना में 2.5 डिग्री सेल्सियस ज़्यादा है।
बहुत जल्द एक और पश्चिमी विक्षोभ पहाड़ियों को 4 जनवरी को प्रभावित करने लगेगा। यह पिछले की तुलना में मजबूत प्रणाली होगी और सप्ताहांत तक दिल्ली-एनसीआर में बारिश देने के लिए भी जिम्मेदार होगा। 5 और 6 जनवरी के आसपास, दिल्ली के कई स्थानो में हल्की बारिश के साथआसमान में बादल छाए रहेंगे। हालांकि बारिश की तीव्रता राजधानी में अधिक नहीं होगी लेकिन इससे दिन के अधिकतम तापमान में भारी गिरावट आएगी। हम इन दो तारीखों पर ठंडे दिन की स्थिति की भी उम्मीद कर सकते हैं।
बारिश के साथ साथ हम कोहरे के वापसी की उम्मीद करते हैं। अगले सप्ताह से कई क्षेत्रों में घना कोहरा देखा जा सकता है।
दिसंबर के महीने में, हमने दिल्ली में मौसम के दो अलग-अलग रंगों को देखा। महीने की शुरुआत गर्म नोट पर हुई थी, विशेष रूप से पहले कुछ दिन काफी गर्म थे, लेकिन अंततः ठंडे क्षेत्र में प्रवेश कर गया ओर दिन और रात दोनों के तापमान में गिरावट देखि गयी।
दिसंबर की शुरुआत में, दिन गर्म थे, जिसमें पारा 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास दर्ज किया जा रहाथा। मगर महीने के अंत तक तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास आ गया था। हम कह सकते हैं कि कम से कम वर्षा के साथ तापमान औसत से कम था। दिसंबर के महीने में सिर्फ दो दिन हीबारिश हुई जो की मात्र 1 मिमी ही थी।
18 दिसंबर के बाद से, न्यूनतम 5 डिग्री सेल्सियस और उससे नीचे के निशान को छूने लगा, जो कीकई दिनों तक जारी रहा। जबकि, 29 दिसंबर को दिल्ली में सीजन की सबसे ठंडी रात देखी गई,जिसमें न्यूनतम तापमान 2.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। अपवाद यह है कि हमने घना कोहरा एक दिन भी नहीं देखा, जो की आम जीवन को प्रभावित कर सकता, सड़क, रेल और हवाई यातायात को प्रभावित कर सकता था। हालांकि, कोहरे को केवल एक दो स्थानो में ही देखा गया।
जनवरी का महीना बारिश का होता है और यह दिसंबर की तुलना में बारिश की मात्रा को दोगुना कर देता है। जनवरी महीने में सामान्य बारिश 19.3 मिमी है, जबकि दिसंबर में 9.4 मिमी है। जनवरी मेंन्यूनतम तापमान में भी गिरावट रिकॉर्ड करता है जिसमें औसत न्यूनतम 7.6°C है और अधिकतमतापमान 20.5°C होता है।
जनवरी का महीना, बारिश और प्रदूषकों के कारण अधिक कोहरा देखता है। दृश्यता के मामले में जनवरी सबसे कठोर महीना है। प्रदूषण का स्तर में भी बढ़ोतरी देखी जाती है क्योंकि इस दौरान न्यूनतम तापमान भी सबसे कम होता है।
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