उत्तर भारत में चढ़ा पारा, बारिश की कोई संभावना नहीं

Mar 17, 2025, 3:45 PM | Skymet Weather Team
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पश्चिमी विक्षोभ और उससे जुड़े चक्रवाती प्रभावों के कारण पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में पिछले 3-4 दिनों में हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। इस बारिश की वजह से अधिकतम तापमान सामान्य से नीचे चला गया। हालांकि, अब मौसम साफ हो गया है और 20 से 23 मार्च के बीच तापमान फिर से बढ़ने की संभावना है।

पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव और आगामी मौसम परिवर्तन

वर्तमान पश्चिमी विक्षोभ अब पूर्व की ओर बढ़ चुका है और पर्वतीय क्षेत्रों से बाहर निकल गया है। 19 मार्च को एक नया लेकिन कमजोर पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है। हालांकि, यह ज्यादा सक्रिय नहीं होगा और 19-20 मार्च के बीच हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के मध्य और ऊंचाई वाले इलाकों में हल्की बारिश दे सकता है। उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में इस सिस्टम का कोई खास असर नहीं पड़ेगा, यानी यहां बारिश की संभावना नहीं है।

तापमान में दर्ज हुई गिरावट

मार्च के दूसरे सप्ताह में पंजाब, हरियाणा और उत्तर राजस्थान के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान 30°C के आसपास पहुंच गया था। लेकिन हाल ही में हुई बारिश के कारण पिछले सप्ताहांत में तापमान में तेज गिरावट आई। 14 से 17 मार्च के बीच अमृतसर, पठानकोट, लुधियाना, पटियाला, अंबाला, करनाल और रोहतक में अधिकतम तापमान 24°C से 27°C के बीच रहा। आज से फिर से तापमान में बढ़ोतरी शुरू होने की संभावना है।

तापमान में तेज़ बढ़ोतरी की संभावना

20 मार्च तक, अधिकतम तापमान कई जगहों पर 30°C पार कर सकता है और उसके बाद सप्ताहांत तक इसमें और वृद्धि होने की उम्मीद है।विशेष रूप से पंजाब के मालवा और दोआबा क्षेत्र, हरियाणा के दक्षिणी हिस्से और राजस्थान की सीमा से लगे इलाकों में तापमान 30°C से ऊपर जा सकता है। आने वाले 5-6 दिनों में तापमान में 4°C-5°C की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।

आगामी सप्ताह में बारिश की संभावना नहीं

क्योंकि इस सप्ताह के दौरान कोई सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ या मौसम प्रणाली मौजूद नहीं होगी, इसलिए उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश की संभावना बहुत कम है। जिस कारण आने वाले दिनों में गर्मी बढ़ने की संभावना है। साथ ही सहाल दी जाती है कि लोग दोपहर के समय बाहर निकलते समय सावधानी बरतें।

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