एकजुट कृषि मिशन: अब हर खेत तक पहुंचेगी वैज्ञानिक सोच

May 19, 2025, 8:00 PM | Skymet Weather Team
thumbnail image

नागपुर में आयोजित ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के तहत ‘कृषि संवाद’ कार्यक्रम में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एक दूरदर्शी पहल की घोषणा की जिसका नाम है "One Nation – One Agriculture – One Team"। इस अभियान का उद्देश्य देश की कृषि व्यवस्था को एक सूत्र में बांधना है, जिससे किसानों को सशक्त बनाया जा सके, उपज बढ़ाई जा सके और आत्मनिर्भर कृषि तंत्र का निर्माण हो सके।

मिलकर काम करने की अपील

इस पहल की घोषणा महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे, आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. एम.एल. जाट और देशभर से आए वैज्ञानिकों, नीति-निर्माताओं और किसानों की उपस्थिति में की गई। मंत्री चौहान ने कहा कि जब केंद्र सरकार, राज्य सरकारें, आईसीएआर, कृषि विज्ञान केंद्र, सांसद, विधायक, वैज्ञानिक और फील्ड अधिकारी साथ मिलकर काम करते हैं, तो भारतीय कृषि में क्रांतिकारी परिवर्तन संभव होता है।

क्या है इस पहल की रूपरेखा?

"One Nation – One Agriculture – One Team" अभियान के तहत निम्नलिखित संस्थानों और व्यक्तियों के बीच सहयोग को बढ़ावा दिया जाएगा:

• केंद्र और राज्य के कृषि मंत्रालय

• भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) और कृषि विज्ञान केंद्र (KVKs)

• कृषि वैज्ञानिक और विस्तार अधिकारी

• सांसद, विधायक और नीति विशेषज्ञ

इन सभी का उद्देश्य एकजुट होकर कृषि नीति को जमीनी स्तर तक लागू करना, अनुसंधान को किसानों तक पहुँचाना और बेहतर परिणाम सुनिश्चित करना है।

कार्यक्रम में हुई प्रमुख घोषणाएँ

इस अभियान के तहत कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएँ की गईं:

•पुणे में 'क्लीन प्लांट लैब' की स्थापना – स्वच्छ और रोगमुक्त पौधों पर शोध होगा।

•राष्ट्रीय मृदा स्पेक्ट्रल लाइब्रेरी का उद्घाटन – महाराष्ट्र बना पहला राज्य जिसके पास पूर्ण मृदा मानचित्र है।

•कपास की फसल में गुलाबी सुंडी के प्रबंधन के लिए AI आधारित स्मार्ट ट्रैप तकनीक की शुरुआत।

•29 मई से 12 जून तक ICAR वैज्ञानिक गांव-गांव जाकर किसानों को टिकाऊ खेती और खरीफ सीजन की तैयारी के बारे में जानकारी देंगे।

किसानों को क्या मिलेगा लाभ?

इस पहल से किसानों को कई प्रत्यक्ष लाभ मिलेंगे:

•बेहतर बीज गुणवत्ता और रोगमुक्त पौध सामग्री की उपलब्धता।

•हाइपरस्पेक्ट्रल डेटा से मृदा स्वास्थ्य की सही जानकारी।

•खर्च में कटौती और निर्णय लेने में मदद।

•वैज्ञानिकों की सीधी पहुंच से 'लैब से खेत' का मजबूत संबंध।

•कीट नियंत्रण और श्रम की कमी जैसी चुनौतियों पर केंद्रित शोध।

Skymet की सोच

Skymet के अनुसार, ऐसी एकीकृत और डेटा-आधारित पहलें भारत के कृषि भविष्य के लिए अत्यंत जरूरी हैं। मौसम और कृषि-तकनीक के क्षेत्र में अग्रणी होने के नाते, हम मानते हैं कि जब विज्ञान, तकनीक और गांवों की ज़मीन जुड़ते हैं, तो किसान अधिक सक्षम बनते हैं और देश का कृषि तंत्र मजबूत होता है। क्योंकि हमारे देश का भविष्य, हमारे खेतों में ही उगता है।

Similar Articles