बीते दिन मध्यप्रदेश पर बना कम दबाव का क्षेत्र अब उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ते हुए पूर्वोत्तर राजस्थान और उससे सटे उत्तर-पश्चिम मध्यप्रदेश पर आ गया है। इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण मध्यम ऊंचाई तक फैला है और ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है। यह सिस्टम धीरे-धीरे मध्य राजस्थान की ओर बढ़ेगा और वहां 1 दिन तक स्थिर रह सकता है। इसके बाद यह उत्तर की ओर मुड़ते हुए उत्तराखंड और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मैदानी क्षेत्रों में जाकर कमजोर हो जाएगा। इसके बचे-खुचे प्रभाव (remnants) के चलते मौसम गतिविधियाँ 2-3 दिन और चल सकती हैं, हालांकि कमजोर रूप में।
तीन सिस्टमों का असर: राजस्थान में भारी बारिश की चेतावनी
एक ओर पश्चिमी विक्षोभ भी पर्वतीय क्षेत्रों पर ऊपरी हवा के सिस्टम के रूप में सक्रिय है। साथ ही, मानसून ट्रफ रेखा कम दबाव के केंद्र से होकर गुजर रही है। इन तीनों सिस्टमों (कम दबाव क्षेत्र, ट्रफ और पश्चिमी विक्षोभ) के संयुक्त प्रभाव से राजस्थान के कई इलाकों में तेज और व्यापक मानसूनी गतिविधि की संभावना है। बता दें, राजस्थान में पहले ही औसत से अधिक बारिश हो चुकी है और अब आने वाली बारिश से जल स्तर दोगुना हो सकता है।
30 जुलाई से 1 अगस्त तक तेज मानसूनी असर
इस सिस्टम के चलते मौसम गतिविधियाँ 30 जुलाई से 1 अगस्त 2025 तक बनी रहेंगी। पहले दो दिन (30 और 31 जुलाई) बारिश तीव्र और व्यापक होगी। अगस्त को बारिश की तीव्रता घटेगी और गतिविधि सीमित क्षेत्रों तक सिमट जाएगी। इस दौरान भारी बारिश की पट्टी पूर्व से पश्चिम की ओर खिसकेगी और अंत में राज्य के उत्तर हिस्सों में सिमट जाएगी।
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कहाँ-कहाँ होगी सबसे ज्यादा बारिश? जानिए दिनवार विवरण
30 जुलाई को पूर्वोत्तर जिलों में तेज बारिश की संभावना है। जिसमें अलवर, धौलपुर, डीग, भरतपुर, सवाई माधोपुर, सीकर, टोंक, जयपुर, दौसा और अजमेर ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं। वहीं, 31 जुलाई को
अब मध्य और पश्चिमी जिलों में मानसून की मार पड़ेगी। भारी बारिश से प्रभावित जिले में बीकानेर, फालोदी, जोधपुर, नागौर, बालोतरा, ब्यावर, पाली, अनूपगढ़, महाजन, गंगानगर और सूरतगढ़ शामिल है। 1 अगस्त को बारिश की तीव्रता और दायरा दोनों घटेंगे। इस दौरान केवल हरियाणा और पंजाब से सटे सीमावर्ती क्षेत्र प्रभावित होंगे। जिनमें गंगानगर, अनूपगढ़, हनुमानगढ़, सूरतगढ़ और महाजन शामिल हैं।
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2 अगस्त से मिलेगा राहत का संकेत
2 अगस्त से राजस्थान में मौसम साफ होने लगेगा। हालांकि कुछ स्थानों पर छिटपुट बारिश रह सकती है, लेकिन भारी बारिश का सिलसिला थमेगा। राजस्थान के अधिकांश भागों में फिर से सामान्य या सूखा मौसम लौटेगा।







