मुंबई में भारी बारिश से राहत, अगले एक हफ्ते कर हल्की बारिश के आसार, जानें पूरा मौसम अपेडट
May 28, 2025, 2:30 PM | Skymet Weather Teamइस महीने मुंबई और आसपास के इलाकों में जमकर भारी बारिश हुई है। इसका मुख्य कारण था पिछले सप्ताह अरब सागर के मध्य-पूर्वी हिस्से में बना डिप्रेशन, जो कोंकण तट के पास बनकर शहर की ओर बढ़ा था। इस कारण मुंबई के कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई थी। इसी सिस्टम के चलते इस साल दक्षिण-पश्चिम मानसून ने रिकॉर्ड समय (1950 के बाद सबसे जल्दी) में मुंबई में प्रवेश किया है।
कोलाबा दो बार सबसे ज्यादा बारिश दर्ज
दोनों सांताक्रुज और कोलाबा वेधशालाओं में 24 घंटे में 100 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई। वहीं, कोलाबा में अधिक बारिश दो बार रिकॉर्ड हुई। मई महीने में कोलाबा वेधशाला ने अब तक 472.2 मिमी बारिश रिकॉर्ड की, जो अब तक का सर्वाधिक है, जबकि सांताक्रुज़ 335.7 मिमी बारिश के साथ बहुत पीछे है। ध्यान दें कि आमतौर पर मई महीने मुंबई में औसतन सिर्फ 11 मिमी बारिश होती है।
डिप्रेशन कमजोर, बारिश में कमी शुरू
डिप्रेशन अब कमजोर होकर पहले लो प्रेशर बना और फिर चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) में बदल गया। अब यह परिसंचरण भी लगभग समाप्त हो चुका है और इससे कोई खास मौसम गतिविधि की उम्मीद नहीं है। कोंकण तट पर पहले ही बारिश में कमी आ चुकी है और इस सप्ताह इसमें और गिरावट आने की संभावना है।
अरब सागर से आने वाली हवाएं भी कमजोर
कोंकण तट से टकराने वाली पश्चिमी हवाओं (Westerly Stream) की ताकत अब पहले से काफी कम हो गई है। उत्तर कोंकण और अरब सागर के पूर्व-मध्य भागों में बना चक्रवाती परिसंचरण भी धीरे-धीरे खत्म हो रहा है। ऐसे मौसम में फिर से कोई भारी बदलाव आने की संभावना नहीं है।
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नई मौसम प्रणाली का मुंबई पर असर नहीं
बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी में एक नया लो प्रेशर सिस्टम बन गया है और पिछले 12 घंटों में यह और ज्यादा सक्रिय हुआ है। यह सिस्टम समुद्र पर ही एक डिप्रेशन का रूप ले सकता है और उत्तर तथा उत्तर-पूर्व दिशा में बढ़ सकता है। यह सिस्टम संभवतः जमीन पर ज्यादा आगे नहीं जाएगा बल्कि बांग्लादेश होते हुए उत्तर-पूर्व भारत की ओर मुड़ जाएगा। आमतौर पर ऐसे सिस्टम के बनने से पश्चिमी तटों पर हवाओं की रफ्तार बढ़ती है, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा।
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मुंबई में अब सामान्य मानसूनी मौसम
अब बारिश की मुख्य गतिविधियां गोवा, तटीय कर्नाटक और केरल तक सीमित रहेंगी। उत्तर कोंकण (जिसमें मुंबई भी शामिल है) को भारी बारिश से राहत मिलेगी। आने वाले एक सप्ताह तक मुंबई और उपनगरों में सामान्य मानसून जैसा मौसम बना रहेगा। मध्यम समुद्री हवा, बादल छाए रहना और बीच-बीच में हल्की-फुल्की बारिश, जो किसी तरह की परेशानी नहीं करेगी।