
मुंबई में मौसम जिस तेज़ी से करवट ले रहा है उसके लिए कह सकते हैं कि देर आयद दुरुस्त आयद। जहां देश के आर्थिक राजधानी में पिछले 5 महीनों से बारिश नहीं हुई थी वहाँ अब ऐसी बारिश होने वाली है जिससे कई इलाके जलमग्न हो सकते हैं। निचले इलाकों में आने वाले दिनों में बाढ़ का भी खतरा है। ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि अरब सागर पर बन रहा संभावित तूफान‘निसर्ग’मुंबई के काफी करीब से गुज़रने वाला है।
अरब सागर पर बने डिप्रेशन के जल्द साइक्लोन बनने की संभावना है। यह अभी मुंबई से दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम में लगभग 700 किलोमीटर दूर है। तटों के साथ-साथ उत्तर-पूर्वी दिशा में यह आगे बढ़ता रहेगा और संभवतः 3 जून की देर रात या 4 जून की सुबह तक यह मुंबई के उत्तर से यानि उत्तरी कोंकण क्षेत्र से टकराएगा।
संभावित साइक्लोन के भीषण चक्रवात बनने का खतरा नहीं है क्योंकि यह बीच समुद्र में नहीं है। साथ ही समुद्र के सतह का तापमान 31-32 डिग्री सेल्सियस। वर्टिकल विंड शीयर 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटा है। यह स्थितियाँ तूफान के और प्रभावी होने के विपरीत हैं। इसके अत्यंत भीषण चक्रवती तूफान बनने की संभावना बहुत ही कम है। साथ ही जिस समय यह तटों से टकराएगा उस समय यह और कमजोर हो जाएगा।
संभावित तूफान‘निसर्ग’के चलते मुंबई समेत कोंकण गोवा में 2 जून से भारी बारिश की संभावना है। सिंधुदुर्ग, रत्नागिरी, रायगढ़, मुंबई, ठाणे और पालघर में इस दौरान निचले इलाके जलमग्न हो सकते हैं। कुछ जगहों पर बाढ़ की भी आशंका रहेगी। 2 से 4 जून के बीच इन भागों में तूफानी हवाएँ चलेंगी और मूसलाधार बारिश होगी।
इस बीच डिप्रेशन के चलते पश्चिमी तटों पर भारी से अति भारी बारिश की उम्मीद है। अगले 24 घंटों के दौरान केरल और कर्नाटक में भारी बारिश जारी रहेगी। मुंबई को पार कर यह सिस्टम जब गुजरात के करीब पहुंचेगा उस दौरान गुजरात में भी तेज़ बारिश देखने को मिलेगी। गुजरात में 3 से 5 जून के बीच मूसलाधार वर्षा का अनुमान है।
संभावित तूफान‘निसर्ग’अरब सागर में साल 2020 का पहला साइक्लोन है। जबकि भारत के करीब बनने वाला दूसरा तूफान है। इससे पहले बंगाल की खाड़ी में बना था अंपन, जो 20 मई को पश्चिम बंगाल के तटों से टकराया था और कोलकाता समेत पश्चिम बंगाल के कई जिलों में भारी तबाही मचाई थी।
अरब सागर में बन रहे इस तूफान पर स्काईमेट की लगातार नजर है। इस बारे में हम अपडेट करते रहेंगे।
Image Credit:The Hindu
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