आइए जानते हैं 25 से 31 जनवरी, 2021 के बीच कैसा रहेगा मौसम।
महाराष्ट्र का मौसम पिछले कई दिनों से शुष्क बना हुआ है। शुष्क मौसम के साथ महाराष्ट्र के अधिकांश जिलों में पिछले सप्ताह न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर बने हुए थे लेकिन अब तापमान में गिरावट हो रही है। महाराष्ट्र के उत्तरी जिलों में न्यूनतम तापमान सामान्य के आसपास आ गए हैं। उत्तर दिशा से ठंडी हवाएं अगले कुछ दिनों तक महाराष्ट्र पर भी चलती रहेंगी जिससे न्यूनतम तापमान में और गिरावट संभव है। अधिकांश भागों में रात का तापमान सामान्य के आसपास आ जाएगा।
जनवरी का महीना आमतौर महाराष्ट्र के लिए शुष्क मौसम वाला महीना होता है। परंतु इस साल जनवरी के महीने में महाराष्ट्र के कई भागों में बेमौसम बरसात देखी गई थी। लेकिन पिछले कुछ दिनों से जारी शुष्क मौसम का सिलसिला इस सप्ताह भी यानि 25 से 31 जनवरी के बीच भी बना रहेगा।
विदर्भ से लेकर मराठवाड़ा, मध्य महाराष्ट्र और कोंकण गोवा क्षेत्र में मुख्यतः शुष्क मौसम और सामान्य तापमान की अपेक्षा है। यानि इस सप्ताह मौसम की तरफ से कोई व्यवधान नहीं होगा।
महाराष्ट्र के किसानों के लिए फसल सलाह:
कोंकण में धान की रोपाई शुरू हो रही है। किसानों को सलाह है कि रोपाई करें और खेतों में कम से कम 2 से 2.5 सेंटीमीटर पानी लगाकर रखें। क्षेत्र में आम के फूल निकलने लगे हैं। इस समय आम के पेड़ों पर एन्थ्राक्नोज रोग लगने की आशंका है। इसके नियंत्रण के लिए 45% स्पईनोसेड 0.25 मिली दवा प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।
मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा, विदर्भ में गेहूं, सरसों, सूरजमुखी सहित खेतों में खड़ी फसल में आवश्यकतानुसार सिंचाई करें। इन भागों में इस समय गन्ने की बुआई कर सकते हैं। लेकिन बुआई से पहले गन्ने के स्टम्प्स को 300 मिली मैलाथियान और 100 ग्राम कार्बेन्डाजिम के 100 लीटर पानी की दर से बने घोल में 10 मिनट के लिए भिगो कर रखें।
गेहूं की फसल में जैसिड के प्रकोप की रोकथाम के लिए थायमेथोक्जाम 25 WG 1 ग्राम 10 लीटर पानी की दर से घोलें और स्प्रे करें। सूरजमुखी की फसल में भी एफिड का प्रकोप हो सकता है। लक्षण दिखें तो डायमेथोएट 30% 13 मिली प्रति 10 लीटर पानी की दर से छिड़काव करें।
Image Credit: The Print
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