दिल्ली में सीजन का सबसे कम तापमान दर्ज, सर्दी की ठिठुरन इस हफ्ते भी दूर
Nov 28, 2024, 11:38 AM | Skymet Weather Team
WhatsApp icon
thumbnail image

दिल्ली में पिछले चार दिनों में तापमान में तेज गिरावट देखी गई है, लेकिन यह अभी भी सामान्य से ऊपर है। आज सफदरजंग बेस स्टेशन पर न्यूनतम तापमान 16.6°C दर्ज किया गया, जो कल के 16.5°C के तापमान से थोड़ा अधिक है। हालांकि, यह तापमान 31 अक्टूबर 2024 को दर्ज किए गए 21.1°C के न्यूनतम तापमान से काफी कम है। राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में तापमान में काफी अंतर रहा, जहां रिज वेधशाला में आज सुबह का न्यूनतम तापमान 13.1°C दर्ज हुआ, जो सामान्य से करीब 4°C कम है। जबकि पीतमपुरा में 20.6°C तापमान दर्ज किया गया, जो सामान्य से लगभग 5°C ज्यादा है।

सर्दियों की ठंडक अभी भी दूर: बता दें, आमतौर पर सर्दियों की ठंड अभी भी राजधानी में नहीं आई है और न ही जल्दी आने की संभावना है।नवंबर के पहले पांच दिनों का सामान्य तापमान लगभग 15°C रहता है, जो महीने के अंत तक घटकर 10°-11°C तक पहुंच जाता है। नवंबर सबसे कम वर्षा वाला महीना होता है, जिसमें औसतन 4 मिमी से भी कम बारिश होती है। हरियाणा, पंजाब और राजस्थान जैसे पड़ोसी राज्यों में भी इस अवधि के दौरान सबसे कम वर्षा होती है। इसलिए, सर्दी की ठंडक तभी आती है जब उत्तरी पहाड़ों में भरपूर बारिश और बर्फबारी होती है।

अक्टूबर रहा सबसे गर्म महीना: अक्टूबर का महीना देश के लिए अब तक का सबसे गर्म महीना रहा है। दिल्ली में भी पिछले 73 सालों में अक्टूबर सबसे गर्म रहा। इस महीने का औसत अधिकतम तापमान 35.1°C और न्यूनतम तापमान 21.4°C रहा। अक्टूबर के लिए सामान्य मासिक न्यूनतम तापमान 19.1°C होता है। राजधानी ने 15 अक्टूबर 2024 को सबसे कम तापमान 17.4°C दर्ज किया था। पूरे अक्टूबर महीने में कोई भी बारिश नहीं हुई।

तापमान में तीव्र गिरावट की संभावना नहीं: फिलहाल, दिल्ली के तापमान में तेजी से गिरावट होने की संभावना नहीं है। अगले लगभग चार दिनों तक राजधानी का न्यूनतम तापमान 16°-17°C के आसपास रहेगा। राजस्थान पर स्थित एंटीसाइक्लोन की वजह से शुष्क उत्तर-पश्चिमी हवाएं दिल्ली और उसके आसपास के क्षेत्रों में बनी रहेंगी। 10 नवंबर को एक पश्चिमी विक्षोभ आ रहा है, जो 10 से 12 नवंबर के बीच पहाड़ों के मध्य और ऊंचे हिस्सों में छिटपुट बारिश और बर्फबारी ला सकता है। निचले हिस्सों में केवल बादल छाए रहेंगे और बारिश की संभावना नहीं है। पश्चिमी विक्षोभ के आने से पहले राजस्थान का मौसमी एंटीसाइक्लोन कमजोर और हटने लगेगा, जिससे हवा का पैटर्न बदलकर हल्का हो जाएगा। ऐसी स्थिति में न्यूनतम तापमान फिर से बढ़ सकता है, जिससे सर्दियों की ठंडक में और देरी होगी। राजधानी और उसके उपनगरों में सर्दियों की ठंडक की उम्मीद केवल मध्य नवंबर के बाद ही की जा सकती है।