पूर्वी राज्यों में गरज के साथ बारिश और आँधी, ओडिशा में सबसे ज्यादा असर

By: skymet team | Edited By: skymet team
Feb 19, 2025, 6:55 PM
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पूर्वी राज्यों में आँधी और बारिश, फोटो: Ommcomnews

अगले 4-5 दिनों तक देश के पूर्वी राज्यों में बारिश और गरज के साथ बौछारें होने की संभावना है। ओडिशा, झारखंड और पश्चिम बंगाल में छिटपुट मौसम गतिविधियां देखने को मिलेंगी, जिनका असर मुख्य रूप से ओडिशा के आंतरिक और तटीय इलाकों में अधिक रहेगा। झारखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों और गंगीय पश्चिम बंगाल के निचले हिस्सों में भी कुछ स्थानों पर गरज के साथ हल्की बारिश हो सकती है। इसके अलावा, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में भी हल्की-फुल्की बारिश दर्ज की जा सकती है।

ओडिशा में 35°C से अधिक तापमान: फरवरी के दूसरे पखवाड़े और मार्च में इन क्षेत्रों में इस तरह की मौसम गतिविधियां सामान्य मानी जाती हैं। राजस्थान और मध्य प्रदेश पर बना मौसमी एंटीसाइक्लोन (प्रतिचक्रवात) धीरे-धीरे पूर्व की ओर खिसककर ओडिशा और बंगाल की खाड़ी के ऊपर आ जाता है। पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) के प्रभाव से यह स्थिति और भी आम हो जाती है। इस दौरान, ओडिशा और आसपास के इलाकों में सतह के तापमान में वृद्धि होती है। ओडिशा के आंतरिक हिस्सों जैसे फूलबनी, अंगुल, टिटलागढ़, भवानीपटना, बोलांगीर और संबलपुर में तापमान 35°C से अधिक दर्ज किया गया है। बंगाल की खाड़ी से आ रही गर्म और नमीयुक्त हवाएं, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से आने वाली शुष्क हवाओं से टकराती हैं, जिससे वातावरण में अस्थिरता बढ़ती है और दोपहर व शाम के समय गरज-चमक के साथ बारिश होती है।

ओडिशा और झारखंड में चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय: ओडिशा के अंदरूनी इलाकों और उससे सटे झारखंड के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा भी ओडिशा, झारखंड से गंगीय पश्चिम बंगाल तक फैली हुई है। पिछले 24 घंटों में बालासोर, बारीपदा, मिदनापुर और डायमंड हार्बर जैसे कुछ स्थानों पर बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ी हैं। अगले 3-4 दिनों में इस क्षेत्र में गतिविधि की तीव्रता और प्रसार बढ़ने की संभावना है, जिसका मुख्य असर ओडिशा और गंगा के निचले पश्चिम बंगाल में देखने को मिलेगा।

किन क्षेत्रों में बारिश की संभावना: अगले कुछ दिनों में ओडिशा के चांदबली, कटक, भुवनेश्वर, बारिपदा, बालासोर, पारादीप, अंगुल, फूलबनी, गोपालपुर और पश्चिम बंगाल के डायमंड हार्बर, कैनिंग, कांथी, मिदनापुर, विष्णुपुर, बर्दवान और कोलकाता में बारिश और गरज के साथ बौछारें होने की संभावना है। इन क्षेत्रों में लोगों को अगले कुछ दिनों तक मौसम बदलने के लिए तैयार रहना चाहिए।

कब होगी बारिश की अधिकतम तीव्रता: 19 से 22 फरवरी 2025 के बीच इस मौसम गतिविधि की तीव्रता सबसे अधिक होगी। इसके बाद 23 से 25 फरवरी के बीच यह गतिविधि धीरे-धीरे कमजोर होकर छिटपुट रह जाएगी। 26 फरवरी के बाद पूरे क्षेत्र में मौसम साफ होने की उम्मीद है, जिससे मौसम की स्थिति सामान्य हो जाएगी।

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डिस्क्लेमर: यह जानकारी स्काइमेट की पूर्वानुमान टीम द्वारा किए गए मौसम और जलवायु विश्लेषण पर आधारित है। हम वैज्ञानिक रूप से सही जानकारी देने का प्रयास करते हैं, लेकिन बदलती वायुमंडलीय स्थितियों के कारण मौसम में बदलाव संभव है। यह केवल सूचना के लिए है, इसे पूरी तरह निश्चित भविष्यवाणी न मानें।

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