पंजाब में समय से पहले पहुंचा मानसून, दोआबा और माझा में वीकेंड पर बारिश का अलर्ट

Jul 1, 2025, 8:00 PM | Skymet Weather Team
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दक्षिण-पश्चिम मानसून इस बार पंजाब में 25 जून को ही पहुंच गया, जो सामान्य तिथि से काफी पहले है। इसके बाद से राज्य के अधिकांश हिस्सों में नियमित और व्यापक बारिश दर्ज की गई है। अमृतसर, लुधियाना, पटियाला, पठानकोट और जालंधर जैसे शहरों में लगभग रोज़ाना मध्यम बारिश हो रही है। शुरुआती और लगातार हो रही वर्षा ने उत्तर भारत में सक्रिय मानसून चरण की शुरुआत को मजबूत आधार दिया है।

दोआबा और माझा में होगी जबरदस्त बारिश

5 और 6 जुलाई का सप्ताहांत पंजाब के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो सकता है, क्योंकि इन तिथियों पर दोआबा और माझा क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश की संभावना जताई जा रही है। ये दोनों इलाके ऐतिहासिक रूप से मानसून की तीव्र बारिश के लिए जाने जाते हैं और इस बार भी कुछ ऐसा ही परिदृश्य बनता दिख रहा है।

दोआबा और माझा क्यों हैं ध्यान के केंद्र में?

मौसम संकेतक उत्तर-पश्चिमी मैदानों में मानसून की एक नई लहर की ओर इशारा कर रहे हैं। दोआबा क्षेत्र, जो ब्यास और सतलुज नदियों के बीच स्थित है, इसमें जालंधर, कपूरथला, होशियारपुर और शहीद भगत सिंह नगर (नवांशहर) जैसे ज़िले शामिल हैं। यहां सप्ताहांत के दौरान भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।

वहीं माझा क्षेत्र जिसमें अमृतसर, पठानकोट, गुरदासपुर और तरनतारन शामिल हैं, भी मानसूनी बारिश की चपेट में रहेगा। निचले और जल निकासी से कमजोर क्षेत्रों में स्थानीय बाढ़, जलभराव और यातायात में बाधा की आशंका है।

अब तक की बारिश और क्षेत्रीय प्रभाव

जून के अंतिम सप्ताह से लेकर जुलाई की शुरुआत तक पंजाब में बारिश लगातार बनी रही है। अमृतसर और लुधियाना जैसे शहरों में बार-बार हुई बारिश ने दिन के तापमान को कम किया है और खरीफ फसलों के लिए जरूरी मिट्टी की नमी को बेहतर बनाया है।

चंडीगढ़ में भी मानसून का असर साफ दिखा, जहां 30 जून को 52 वर्षों का रिकॉर्ड टूट गया और 119.5 मिमी बारिश हुई। इस भारी बारिश ने ट्राईसिटी (चंडीगढ़, मोहाली, पंचकूला) में आम जनजीवन को प्रभावित कर दिया और आंतरिक सड़कों से लेकर मुख्य मार्गों तक जलभराव की समस्या उजागर हुई।

आने वाले सप्ताह का पूर्वानुमान

मानसून ट्रफ की उत्तरी मैदानों के पास सक्रियता और अन्य मौसमी तंत्रों के चलते अगले 5 से 7 दिनों तक पंजाब और आसपास के राज्यों में बारिश जारी रहने की संभावना है। हालांकि दोआबा और माझा क्षेत्र विशेष रूप से अधिक प्रभावित रह सकते हैं, जहां 5 और 6 जुलाई को बारिश चरम पर होगी। बाढ़ संभावित ज़िलों के निवासियों को सतर्क रहने, भारी बारिश के दौरान अनावश्यक यात्रा से बचने और बुनियादी सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह दी जाती है।

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