दिल्ली में भीषण गर्मी का असर रहेगा जारी, अगले सप्ताह हो सकती है राहत देने वाली बारिश

By: skymet team | Edited By: skymet team
Jun 11, 2025, 12:30 PM
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दिल्ली में भीषण गर्मी, फोटो: Outlook Business

दिल्ली में तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है, कल 10 जून को इस सीजन में अब तक का सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया। सफदरजंग वेधशाला में कल अधिकतम तापमान 43.8°C रिकॉर्ड हुआ, जो इस साल का सबसे ज्यादा अधिकतम तापमान है। वहीं, इससे एक दिन पहले यानी 9 जून को दिल्ली-एनसीआर में 43.4°C तापमान दर्ज हुआ था। दिल्ली के कुछ अन्य इलाकों जैसे अयानगर, रिज और मुंगेशपुर में भी तापमान 45°C के पार पहुँच गया, जिससे हीट वेव की स्थिति बनी रही।

दिल्ली के तापमान में हो सकता है मामूली बदलाव

दिल्ली-एनसीआर के तापमान में आज मामूली बदलाव देखने को मिल सकता है, लेकिन अगले 2-3 दिनों में पारा अचानक नीचे नहीं आएगा। सप्ताहांत तक तापमान में लगभग 2 डिग्री की गिरावट आ सकती है।

मौसम प्रणाली की स्थिति: राहत के संकेत नहीं

इस समय पंजाब और आस-पास के सीमावर्ती क्षेत्रों पर एक कमजोर चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) बना हुआ है। आमतौर पर दिल्ली के पास बनने वाली पूर्व-पश्चिम की ट्रफ लाइन इस समय सक्रिय नहीं है। पश्चिमी विक्षोभ भी बहुत कमजोर है और पर्वतीय क्षेत्रों में ही सीमित है, इसलिए यह दिल्ली और मैदानी इलाकों के मौसम पर कोई असर नहीं डाल रहा है।

आने वाले दिनों में बढ़ेगी गर्मी और उमस

हालाँकि पिछले तीन दिनों में जमा हुई गर्मी से प्री-मानसून गतिविधियों की संभावना को बढ़ा दिया है। लेकिन अगले 3-4 दिनों तक गर्मी से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं है। दिल्ली आने वाले दिनों में भी तेज गर्मी की चपेट में बनी रहेगी। हालांकि, सप्ताहांत तक तेज और शुष्क गर्मी थोड़ी कम हो सकती है और उसकी जगह उमस भरे हालात ले सकते हैं। वहीं, इस दौरान दिन का तापमान थोड़ा कम हो सकता है, लेकिन रातें गर्म और चिपचिपी रहेंगी।

मानसून का इंतजार: बदलाव की शुरुआत 14 जून से?

दक्षिण-पश्चिम मानसून 27 जून के आसपास दिल्ली में आता है। हालांकि, अभी मानसून के बारे में कोई भी घोषणा करना जल्दबाजी होगी। लेकिन, 14 जून को बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है, जिससे हवाओं के रुख में बदलाव होने की उम्मीद है। मानसून के आने से पहले उत्तर-पश्चिम से चलने वाली गर्म और शुष्क हवाओं की जगह, पूरब से आने वाली गर्म और नम हवाएँ लेती हैं। आमतौर पर मानसून के आगमन से पहले 1-2 दिन की प्री-मानसून बारिश होती है। मौजूदा परिस्थितियों को देखकर यह कहा जा सकता है कि दिल्ली में मानसून के आने में किसी बड़ी देरी की संभावना नहीं है।

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डिस्क्लेमर: यह जानकारी स्काइमेट की पूर्वानुमान टीम द्वारा किए गए मौसम और जलवायु विश्लेषण पर आधारित है। हम वैज्ञानिक रूप से सही जानकारी देने का प्रयास करते हैं, लेकिन बदलती वायुमंडलीय स्थितियों के कारण मौसम में बदलाव संभव है। यह केवल सूचना के लिए है, इसे पूरी तरह निश्चित भविष्यवाणी न मानें।

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