दक्षिण भारत में पूर्वोत्तर मानसून की शुरुआत हो चुकी है। जो तमिलनाडु के तटीय इलाकों, खासकर राजधानी चेन्नई में बढ़ी हुई वर्षा गतिविधि से साफ झलक रही है। पूर्वी हवाएँ (Easterly Winds) बंगाल की खाड़ी और तटीय क्षेत्रों से गुजरते हुए बारिश ला रही हैं। दक्षिण भारत के सभी उप-क्षेत्रों में मध्यम से भारी वर्षा दर्ज की गई है। आने वाले दिनों में तमिलनाडु तट और दक्षिणी तटीय आंध्र प्रदेश में बारिश का दायरा और तीव्रता दोनों बढ़ने की संभावना है।
अरब सागर में चक्रवाती परिसंचरण, बढ़ा पूर्वी हवाओं का प्रवाह
दक्षिण-पूर्व अरब सागर और कोमोरिन क्षेत्र में एक चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) सक्रिय है, जो भूमध्य रेखीय हिंद महासागर के पास बना हुआ है। इस सिस्टम ने उत्तर तमिलनाडु तट और सटे आंध्र प्रदेश तट के ऊपर पूर्वी हवाओं (Easterly Flow) को और मजबूत कर दिया है। साथ ही, एक उत्तर-दक्षिण दिशा में ट्रफ (Trough) दक्षिणी प्रायद्वीप के सिरे से होते हुए आंध्र तट और चेन्नई महानगर तक फैला हुआ है। इस मौसमीय व्यवस्था के कारण आज आधिकारिक रूप से उत्तर-पूर्व मानसून का आगमन हो गया है। इसी के साथ देशभर से दक्षिण-पश्चिम मानसून की पूरी तरह वापसी हो चुकी है।
चेन्नई में अक्टूबर की बारिश अभी औसत से कम
इस महीने अब तक चेन्नई में आमतौर पर अक्टूबर जैसी बारिश नहीं हुई थी। सामान्य तौर पर अक्टूबर में करीब 300 मिमी बारिश दर्ज होती है, लेकिन अब तक नुंगमबक्कम वेधशाला में केवल 51 मिमी और चेन्नई एयरपोर्ट वेधशाला में लगभग 82 मिमी वर्षा हुई है, जबकि महीना आधा बीत चुका है।
अगले हफ्ते भारी बारिश की उम्मीद नहीं
वर्तमान में बने चक्रवाती परिसंचरण और उत्तर-दक्षिण ट्रफ के संयुक्त प्रभाव से चेन्नई और आसपास के इलाकों में आज शाम और रात के समय भारी बारिश की संभावना है। कल यानी शुक्रवार को भी मध्यम बारिश जारी रहेगी। सप्ताहांत और अगले हफ्ते की शुरुआत में हल्की से मध्यम बारिश होती रहेगी। हालांकि, 20 से 26 अक्टूबर 2025 के बीच भारी बारिश की संभावना कम है।
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