गुजरात में मानसून का कहर: भारी बारिश, भूस्खलन और 26 जून तक ऑरेंज अलर्ट

By: skymet team | Edited By: skymet team
Jun 23, 2025, 5:00 PM
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गुजरात में बारिश के बाद बाढ़ के हालात, फोटो: PTI

गुजरात में दक्षिण-पश्चिम मानसून ने जोर पकड़ लिया है। कई जिलों में भारी बारिश, भूस्खलन और ऑरेंज अलर्ट की स्थिति बनी हुई है। चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र और गहराते मानसूनी ट्रफ (नम हवाओं की रेखा) के कारण राज्यभर में लगातार बारिश हो रही है, जिससे आम जनजीवन प्रभावित हुआ है और सरकार को तुरंत कार्रवाई करनी पड़ी है।

मध्य भारत और बंगाल की खाड़ी में मानसूनी सिस्टम मजबूत

उत्तर प्रदेश के मध्य हिस्से में एक पुराना निम्न दबाव का क्षेत्र अभी भी सक्रिय है, जिससे मानसून की रफ्तार बनी हुई है। साथ ही, बंगाल की खाड़ी और गंगा के मैदानों में एक नया चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बन रहा है, जो अगले 48 घंटों में और तेज़ हो सकता है। यह सिस्टम विशेष रूप से दक्षिण गुजरात के तटीय क्षेत्रों में मानसूनी हवाओं को और ताकत दे रहा है।

सूरत में भारी बारिश, अगले 48 घंटे अहम

सूरत में सुबह 51 मिमी और फिर दोपहर 2:30 बजे तक अगले 6 घंटों में 58 मिमी बारिश रिकॉर्ड हुई। अगले 48 घंटे तक सूरत, वापी, वलसाड, नवसारी और भरूच में रुक-रुक कर मध्यम से भारी बारिश की संभावना है।

मौसम अलर्ट: अगले 4–6 घंटे बहुत महत्वपूर्ण

स्काइमेट वेदर ने गुजरात के कई जिलों के लिए चेतावनी जारी की है। अगले कुछ घंटों में 30–40 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज़ हवाएं, गरज के साथ बारिश और बिजली गिरने की संभावना है। प्रभावित जिले हैं: अहमदाबाद, अमरेली, आणंद, अरावली, बनासकांठा, भरूच, भावनगर, बोटाद, गांधीनगर, खेड़ा, मेहसाणा, महीसागर, नर्मदा, नवसारी, पंचमहल, पाटन, साबरकांठा, सूरत, डांग, तापी, वडोदरा और वलसाड।

भूस्खलन, डैम अलर्ट और बढ़ती बारिश

बनासकांठा के अंबा घाटा-दांता रोड पर भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ, जिससे चार में से एक लेन बंद हो गई थी। बनासकांठा में 24 घंटों में 226 मिमी बारिश हुई। अमीरगढ़ (बनासकांठा) में रविवार सुबह सिर्फ 4 घंटों में 127 मिमी बारिश हुई। रास्ता जल्दी ही खोला गया।

रविवार सुबह 6 बजे तक गुजरात के 147 तालुका में बारिश दर्ज की गई। अब तक राज्य ने अपने औसत मानसूनी बारिश का 16% प्राप्त कर लिया है:

• सौराष्ट्र: 20.5%

• कच्छ: 17.57%

• पूर्वी-मध्य गुजरात: 17.45%

• उत्तर गुजरात: 13.75%

251 तालुका में बारिश की स्थिति:

• 100 तालुका: 51–125 मिमी

• 81 तालुका: 126–250 मिमी

• 37 तालुका: 251–500 मिमी

डैम की स्थिति:

• 14 डैम हाई अलर्ट पर

• 9 अलर्ट पर

• 11 चेतावनी पर

• 8 डैम पूरी तरह भरे

• 99 डैम 25% तक भरे

• 57 डैम 25–50% के बीच

ऑरेंज अलर्ट 26 जून तक, भारी बारिश 28 जून तक संभव

भारत मौसम विभाग ने 26 जून तक गुजरात के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 28 जून तक भारी बारिश की संभावना बनी रहेगी। दक्षिण पाकिस्तान से गंगा के मैदान तक फैली मानसूनी ट्रफ और मध्य भारत में सक्रिय चक्रवाती हवाओं के कारण मानसून सक्रिय बना हुआ है।

जामनगर, जूनागढ़, पोरबंदर, राजकोट, वलसाड, सूरत और नवसारी में जोरदार बारिश हुई।

कुछ प्रमुख आंकड़े:

• कलावड़ (जामनगर): 110 मिमी

• केशोद (जूनागढ़): 97 मिमी

• कुटियाना (पोरबंदर): 93 मिमी

• पद्धरी (राजकोट): 90 मिमी

• उमरपाड़ा (सूरत): 50 मिमी

आपातकालीन तैयारी और सरकारी कार्रवाई

जिले के प्रशासन अलर्ट मोड पर हैं। जलभराव, बाढ़ और ढांचागत नुकसान से निपटने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं। 24/7 कंट्रोल रूम चालू हैं। स्वास्थ्य, जल आपूर्ति और बिजली विभागों को भी अलर्ट पर रखा गया है।

डैम के स्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है। निकासी व्यवस्था, जल निकासी और आवश्यक सेवाओं की बहाली पर जोर दिया गया है।

निष्कर्ष: गुजरात को रहना होगा सतर्क, मानसून रहेगा सक्रिय

बंगाल की खाड़ी से नया सिस्टम बन रहा है और अरब सागर से भी नमी लगातार आ रही है। इससे अगले कई दिनों तक गुजरात में बारिश का दौर जारी रह सकता है। स्काइमेट सभी लोगों से अनुरोध करता है कि स्थानीय अधिकारियों की सलाह का पालन करें और पूरी सावधानी बरतें।

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डिस्क्लेमर: यह जानकारी स्काइमेट की पूर्वानुमान टीम द्वारा किए गए मौसम और जलवायु विश्लेषण पर आधारित है। हम वैज्ञानिक रूप से सही जानकारी देने का प्रयास करते हैं, लेकिन बदलती वायुमंडलीय स्थितियों के कारण मौसम में बदलाव संभव है। यह केवल सूचना के लिए है, इसे पूरी तरह निश्चित भविष्यवाणी न मानें।

Skymet भारत की सबसे बेहतर और सटीक निजी मौसम पूर्वानुमान और जलवायु इंटेलिजेंस कंपनी है, जो देशभर में विश्वसनीय मौसम डेटा, मानसून अपडेट और कृषि जोखिम प्रबंधन समाधान प्रदान करती है